हिमाचल प्रदेश में सभी डॉक्टर आज से पेन डाउन स्ट्राइक पर हैं। सुबह साढ़े नौ से साढ़े 11 बजे तक डाक्टरों ने सेवाएं नहीं दी। प्रदेश के सभी अस्पतालों में सुबह दो घंटे तक डाक्टर बाहर रहे, जबकि मरीज ओपीडी के दरवाजे पर इंतजार करते रहे। डॉक्टर वेतन विसंगतियों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं। इन्होंने 17 फरवरी तक हड़ताल जारी रखने और उसके बाद छुट्टी पर चले जाने की चेतावनी दी है। हालांकि इस दौरान आपातकालीन और कोविड सेवाएं जारी रहेंगी जबकि अन्य सेवाएं दो घंटों तक प्रभावित रहेंगी।
मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के फैकल्टी चिकित्सक एसोसिएशन महासचिव डॉ. संजय ठाकुर ने कहा कि एलोपैथी चिकित्सकों की संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के सभी चिकित्सक 10 से 17 फरवरी तक दो घंटों की पेन डाउन हड़ताल पर रहने का निर्णय लिया है जिसके चलते आज चिकित्सकों ने दो घंटे पेन डाउन हड़ताल रखी है। उन्होंने कहा कि वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग पूरी न होने से चिकित्सक हड़ताल कर रहे हैं। डॉक्टरों को न तो पंजाब सरकार और न ही केन्द्र सरकार की तरर्ज पर पे स्केल मिल रहा है जिससे डाक्टरों में गहरा रोष है। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह तक पेन डाउन हड़ताल की जाएगी और सरकार नहीं मानती है तो कड़े कदम उठाए जाएंगें।
वहीं, मेडिकल आफिसर एसोसिएशन के महासचिव डा पुष्पेन्द्र वर्मा ने कहा कि पंजाब वेतनमान को सही ढंग से प्रदेश में भी लागू किया जाए। साथ ही अनुबंध पर लगने वाले डाक्टरों को भी सही मानकों के साथ वेतन मान दिया जाए। उन्होंने कहा कि 4-9-14 को बंद कर दिया है और प्रमोशन नहीं हो पा रही है जिससे डाक्टरों के साथ अन्याय हो रहा है।
फैकल्टी चिकित्सक एसोसिएशन अध्यक्ष डा लक्ष्मी अग्निहोत्री ने बताया कि कोरोना माहमारी के दौरान भी सरकार को बेहतर सेवाएं दी है लेकिन सरकार आज डॉक्टरों के बारे नहीं सोच रही है। उन्होंने कहा कि डाक्टरों का वेतन मान पंजाब सरकार के बराबर किया जाना चाहिए ।