Follow Us:

डिप्टी लीगल एडवाइजर जितेंद्र की आत्महत्या मामला, ‘AAP’ ने उठाई उच्चस्तरीय जांच की मांग

पी.चंद |

दिल्ली में आबकारी नीति पर मचे रार के बीच आम आदमी पार्टी के आप प्रदेश अध्यक्ष सुरजीत ठाकुर ने शिमला में सीबीआई के डिप्टी लीगल एडवाइजर जितेंद्र की आत्महत्या पर सवाल खड़े किए  है. उन्होंने आरोप लगाया है कि बीते दिनों जिला मंडी के रहने वाले सीबीआई अधिकारी जितेंद्र ने बीजेपी के दबाव में आकर आत्महत्या की है.

वहीं, सुजीत ठाकुर ने कहा कि जितेंद्र कुमार बहुत ही ईमानदार अधिकारी थे. जितेंद्र कुमार सीबीआई दिल्ली में डिप्टी लीगल एडवाइजर के पद पर थे जो डीआईजी रैंक का पद होता है. जितेंद्र कुमार ईमानदारी के प्रतीक थे. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की मांग करती है कि जितेंद्र कुमार के सुसाइड केस की जांच उच्च स्तरीय जांच सुप्रीम कोर्ट के जज से या किसी रिटायर्ड जज होनी चाहिए, जिससे सच का पता चल सके.

बीजेपी के दबाव में आकर की आत्महत्या!…

सुरजीत ठाकुर ने CBI के एक अधिकारी ने सुसाइड किया है. जिन्होंने सुसाइड किया वह सीबीआई के डिप्टी लीगल एडवाइजर थे. बीजेपी ने दिल्ली के डिप्टी सीएम के खिलाफ जो फर्जी FIR कराई है उसको भी वही देख रहे थे. बीजेपी द्वारा जितेंद्र पर सिसोदिया के खिलाफ गलत तरीके से केस बनाने का दबाव डाला जा रहा था. उन पर इतना दबाव था कि, मानसिक दबाव में आने के बाद उन्होंने आत्महत्या कर ली. उन्होंने कहा कि जितेंद्र सालों से भारत सरकार के लिए ईमानदारी से काम कर रहे थे.

मामले को लेकर चुप्पी साधे क्यों बैठै हैं अनुराग ठाकुर…

वहीं, उन्होंने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर पर निशाना साधते हुए कहा कि इतनी गंभीर घटना को लेकर अनुराग ठाकुर का कोई बयान सामने नहीं आया है. अनुराग ठाकुर इस मामले को लेकर चुप्पी साधे क्यों बैठै हैं, जबकि वह भी खुद हिमाचल के ही रहने वाले है.

बता दें सीबीआई हेडक्वार्टर में डिप्टी लीगल एडवाइजर के पद पर तैनात मंडी के रहने वाले जितेंद्र कुमार (48) ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी. जितेंद्र कुमार दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी के हुडको कॉम्प्लेक्स में रहते थे. उन्होंने अपने घर में कपड़े से फांसी लगाई थी. पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है. जिसमें लिखा था कि उनकी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है.