हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती पेपर लीक मामला जयराम सरकार के गले की फांस बन गया है. चुनावी वर्ष में हुए पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में जय राम सरकार चौतरफा घिर गई है. विपक्ष के हमलों के बाद जयराम सरकार ने हिमाचल पुलिस भर्ती मामले की जांच CBI से करवाने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज पत्रकार वार्ता बुलाकर मामले की सीबीआई जांच करवाने का ऐलान किया.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा की हिमाचल पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा लीक मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जा रही है. जब तक जांच सीबीआई के पास जाती है उस वक़्त तक SIT ही मामले की जांच को आगे बढ़ाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा की पुलिस लिखित परीक्षा लीक मामले के तार बाहरी राज्यों से जुड़े हुए हैं. जिनमें यूपी- बिहार से लोग गिरफ़्तार किए गए हैं. बाहरी राज्यों से 10 लोग गिरफ़्तार किए गए हैं. जबकि मामले में कुल 73 लोगों की गिरफ्तारी हुई है जिनमें दो अभिभावक भी शामिल हैं. SIT ने इन लोगों से 15 मोबाइल, 8.49 नकदी और एक स्विफ्ट कार भी बरामद की है.
याद रहे की सीबीआई अभी तक हिमाचल के किसी भी मामले को सही तरीके से हल नहीं कर पाई है. गुड़िया मामले की गिरफ़्तारी में भी अपवाद है. 2019 में भी जयराम सरकार के दौरान पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा मामले में गड़बड़ी हो चुकी है. मुख्यमंत्री ने ये भी कहा की विपक्ष के दबाब में सीबीआई जांच करवाई जा रही है.
हिमाचल में पुलिस कांस्टेबलों के पदों की भर्ती के लिए 27 मार्च 2022 को लिखित परीक्षा का आयोजन किया था। परीक्षा में 74,757 उम्मीदवार शामिल हुए। इनमें से 26,346 ने लिखित परीक्षा पास की। जबकि 47,365 असफल रहे। 1046 उम्मीदवार अनुपस्थित रहे। कांस्टेबलों के पदों के लिए कुल 1,87,476 आवेदन प्राप्त हुए थे। हिमाचल प्रदेश पुलिस कांस्टेबलों के 1334 पदों के लिए 27 मार्च को हुई लिखित परीक्षा से पूर्व ही प्रश्नपत्र लीक हो गया था।