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हिमाचल: टेक्निकल यूनिवर्सिटी में इसी सत्र से शुरू होंगे कंप्यूटर साइंस समेत ये कोर्स

तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने हमीरपुर जानकारी देते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी में इसी शैक्षणिक सत्र से बीटेक कंप्यूटर साइंस की कक्षाएं शुरू की जाएगी…

जसबीर कुमार |

तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने हमीरपुर जानकारी देते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी में इसी शैक्षणिक सत्र से बीटेक कंप्यूटर साइंस की कक्षाएं शुरू की जाएगी। इसके अलावा विवि में एमटेक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग डाटा साइंस की पढ़ाई भी शुरू होगी। इसके लिए जल्द पाठ्यक्रम तैयार होगा।

उन्होंने कहा कि छात्रों को कैंपस में मूलभूत सुविधाओं में बढ़ोतरी करने के साथ ही सेमेस्टर फीस को कम करने पर प्रदेश सरकार से चर्चा की जाएगी। इसी साल यूनिवर्सिटी जून महीने में दीक्षांत समारोह का आयोजन करने जा रही है।

तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ रामलाल मारकण्डा ने कहा कि एमसीए के विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम में डाटा साइंस में जोड़ने की योजना थी जो मुकम्मल हो गई है । इससे विद्यार्थियों को बाजार की जरूरत के अनुरूप तैयार किया जाएगा। जल्द तकनीकी विदि परिसर में प्लेसमेंट और प्रशिक्षण सेल का गठन किया जाएगा, जिसके लिए स्थाई प्लेसमेंट ऑफिसर की नियुक्ति की जाएगी।

मंत्री ने कहा कि तकनीकी विवि परिसर में एक नया शैक्षणिक भवन का निर्माण प्रस्तावित है, जिसमें निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। नए शैक्षणिक भवन में लेक्चर थियेटर सहित अत्याधुनिक क्लास रूम तैयार किए जाएंगे। डॉ मारकण्डा ने कहा कि तकनीकी विवि परिसर में निर्माणाधीन शैक्षणिक भवन का जल्द लोकार्पण किया जाएगा। इसके अलावा तकनीकी विवि परिसर में ओपन एयर थिवेटर टक शॉप्स का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जो जल्द विद्यार्थियों के लिए समर्पित किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि तकनीकी विवि में शिक्षकों की स्थाई नियुक्ति का मामला उनके ध्यान में है, जल्द ही मुख्यमंत्री से इस मामले को लेकर चर्चा की जाएगा। इसके अलावा गैर-शिक्षक वर्ग के नए पदों को भी सृजित किया जाएगा। जिससे तकनीकी विवि की गतिविधियां सुचारू रूप से चल सकें।

उन्होंने बताया कहा कि स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स को शुरू करने का प्रस्ताव आगामी शैक्षणिक परिषद की बैठक में रखा जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिए गठित समिति की जल्द बैठक बुलाई जाएगी। इसके अलावा तकनीकी विवि के लिए चयनित भूमि का एफसीए की स्वीकृति के लिए केस तैयार करके भेजा जाएगा।