हिमाचली सेब ने मंडियों में दस्तक दे दी है। प्रदेश के निचले इलाकों का सेब मंडियों आना शुरू हो गया है। अभी मंडियों में टाइड मेन, विलियम और रेड जून की खेप पहुंचने लगी है। रोजाना 3100 पेटी सेब शिमला की मंडियों में पहुंचना शुरू हो गया है। सेब सीजन के शुरआती दौर में बागवानों को सेब के अच्छे दाम मिल रहे है। शिमला की भट्टाकुफर फल मंडी में टाइडमैन किस्म का सेब अधिकतम 2050 रुपए प्रति पेटी के हिसाब से बिक रहा है। प्रदेश के 4000 फुट से लेकर 5000 फुट तक ऊंचाई वाले करसोग, कोटखाई, बसलन, ठियोग, रोहड़ू, रामपुर और चौपाल के निचले इलाकों से सेब मंडियों में आ रहा है।
बागवानों ने कहा कि उनका टाइडमैन किस्म का सेब 2050 रुपए प्रति पेटी के हिसाब से बिका है। इससे पहले कभी भी टाइडमैन के इतने अच्छे दाम नहीं मिले हैं। उनका कहना है कि इस बार सेब बहुत कम है और उन्हें अच्छे दाम मिलने की उम्मीद है।
उधर, सेब आड़तियों का कहना है कि अरली ब्राईटी का सेब आ रहा है और बागवानों को सेब के अच्छे दाम मिल रहे है। उन्होंने कहा की इस बार सेब कम है तो बागवानों को सेब के अच्छे दाम मिलेंगे।
देश भर के खरीददार पहुंचे मंडी
हिमाचल के सेब की खरीदारी के लिए देश की बड़ी मंडियों से खरीदार भट्टाकुफर मंडी पहुंच गए है। खरीदारों में आपसी कंपीटीशन से भी सेब की कीमतें बढ़ने लगी है। इस बार सेब की पैदावार कम है, ऐसे में बढ़िया क्वालिटी के सेब के ऊंचे दाम मिलने की उम्मीद है। शिमला मंडी से सेब मुंबई, गुजरात और कोलकाता की फल मंडियों में भेजा जा रहा है। सेब का राजा कहे जाने वाला रॉयल सेब भी 20 जुलाई के बाद मंडियों में दस्तक देना शुरू कर देगा। इसी तरह अन्य अर्ली वैरायटी का सेब भी सप्ताह भर में मंडी में आ जाएगा। इसके बाद ही सेब सीजन पूरी तरह से रफ्तार पकड़ पाएगा।