प्रदेश में लगातार बढ़ रहे सब्जियों के दामों ने महिलाओं की रसोई का बजट बिगाड़ दिया है. हरी सब्जियों के दामों का दाम काफी बढ़ गया है. साथ ही टमाटर व प्याज के दामों में हो रही वृद्वि से लोगों की थाली से सलाद भी गायब होने लगा है. बेमौसम बारिस से हरी सब्जिसां महंगी हो गई है. इससे लोग अपनी पंसद की सब्जियां भी नहीं खा पा रहे हैं.
बता दें कि रोजाना की जरूरत के सामानों के साथ अब सब्जियों के भाव भी आसमान छू रहे हैं.सब्जियों के दामों में हुई बढ़ोतरी का सिलसिला लगातार जारी है जो की थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. बता दें कि आजकल बाजार में मटर 140 रुपये पहुंच गई है जबकि फ्रासबीन 100 रुपये है.
इसी तरह हर सब्जी में प्रयोग होने वाला टमाटर 70 रुपये बिक रहा है. वहीं लोगों का कहना है कि बेमौसमी बरसात में सब्जियों के दाम बढ़ने से हमारी रसोई का बजट बिगड़ गया है. एकाएक दाम बढ़ने से आमजन परेशान हैं.पहले तो तीन सौ रुपये में एक सप्ताह की सब्जी आ जाती थी लेकिन अब एक हजार से ऊपर बजट जा रहा है. रोजाना की जरूरत के सामानों के साथ अब सब्जियों के भाव भी आसमान छू रहे हैं. जिससे गरीब व मध्यम वर्गीय परिवार का पेट पालना भी मुश्किल हो गया है. लोगों ने कहा कि चुनावों के आते ही महंगाई एक फिर बढ़ने लगी.
वहीं, सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि बेमौसमी बारिश की वजह से सब्जियां खराब हो गई हैं.इस कारण सब्जियों के दाम में तेजी देखने को मिली है.समय से पहले बारिश ने सब्जी की फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है. मंडियों में महंगे दाम में व्यापारियों को मिल रही है, जिससे ग्राहकों को महंगी लग रही है।