हिमाचल में चुनावी बिगुल बजने से पहले ही सियासी मैदान में नेताओं के साथ कई अफसरों ने भी ताल ठोंक दी है. आईएएस व आईपीएस अफसरों से लेकर डॉक्टर और प्रोफेसर तक चुनावी जंग में नेताओं को चुनौती दे रहे हैं. सियासी मैदान में उतरने को बेताब इन अधिकारियों में से कोई रिटायर हो चुका है तो कोई उम्दा नौकरी छोड़कर अपने-अपने हलकों में सियासी जमीन तलाश रहा है. भाजपा और कांग्रेस से टिकट की दावेदारी ठोंक रहे इन नौकरशाहों में से कइयों ने प्रचार भी शुरू कर दिया है. कई अफसर नौकरी में रहते हुए टिकट झटकने को कदमताल कर रहे हैं
इसी कड़ी में भरमौर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए आईजीएमसी में एमएस के पद पर तैनात न्यूरोसर्जन डॉ. जनक राज भी सियासी मैदान में हाथ आजमा सकते है. डॉ. जनक राज ने न्यूरो सर्जन पर एमएस पद से त्याग पत्र का नोटिस स्वास्थ्य सचिव को भेज दिया है. डॉ. जनक राज ने बताया कि चुनाव से तीन महीने पहले नोटिस देना जरूरी होता है और इसी प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए उन्होंने ये नोटिस भेजा है और इसमें उन्होंने दोनों पदों से त्यागपत्र देने की बात कही है.
बता दें कि डॉ. जनक करीब दो माह पहले वह आईजीएमसी शिमला में तैनात थे. जनसंपर्क अभियान छेड़ चुके डॉ. जनक राज ये कह चुके है कि यदि भाजपा हाईकमान उन्हें टिकट देता है तो वे किसी भी नेता को बड़े अंतर से हरा सकते हैं.