हिमाचल प्रदेश पुलिस पहली बार अपना स्थापना दिवस ऐतिहासिक पर मना रही है। दो दिवसीय स्थापना दिवस समारोह के पहले दिन ने महामहिम राज्यपाल ने उत्कृष्ठ काम करने वाले 10 पुलिस अफसर और जवान सम्मानित किए हैं। इस दौरान राज्यपाल ने कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया, जिसमें पुलिस का पूरा इतिहास दर्शाया गया है।
इस मौके पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि किसी भी प्रदेश में कानून व्यवस्था सबसे बड़ा काम होता है और इसका जिम्मा पुलिस का होता है। हिमाचल पुलिस ने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया है और इसे बनाए रखना है। पिछले दिनों कुछ घटनाएं घटी, वे घटनायें दोबारा न घटे, इस ओर ध्यान देना होगा और हिमाचल को देवभूमि बनाए रखना होगा। पुलिस को अपनी छवि ऐसी बनानी है कि लोगों में विश्वास का भाव बना रहे।
राज्यपाल ने कहा कि पुलिस और जनता के बीच विश्वास होना चाहिए। उन्होने कहा कि पुलिस को जनता के प्रति मैत्री भाव रखना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि ज्यों ज्यों हम विकास की ओर आगे बढ़ रहे हैं, नैतिकता का ह्रास हो रहा है, जो चिंता जनक है।आज मानव बुराई की ओर तेजी से बढ़ता है, लेकिन अच्छाई की ओर उतनी तेजी दिखाई नहीं देती।पुलिस का काम सिद्धांतों के साथ काम करना है और जो सिद्धान्त के साथ काम करता है वह आगे बढेगा। 3
इससे पहले डीजीपी सोमेश गोयल ने कहा कि स्थापना दिवस पुलिस बल को नई ऊर्जा और ताकत देता है। उनकी कोशिश है कि लोगों को जानकारी देने को कई प्रकोष्ठ स्थापित किए हैं और लोगों को कई तरह के अपराधों से बचाव की जानकारी दी जा रही है। साथ ही महिलाओं को सुरक्षा के बारे में जानकारी दी जा रही है। लड़कियों को सुरक्षा के प्रति प्रशिक्षित किया है।