केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश के सिरमौर के गिरिपार के हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिया हैं. केंद्रीय हाटी समिति ने इसके लिए प्रदेश व केंद्र की मोदी सरकार का आभार जताया हैं ओर अब सरकार के समर्थन में सिरमौर के चार सौ गांवो में जाकर विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया हैं.
केंद्रीय हाटी समिति के मुख्य प्रवक्ता रमेश सिंगटा ने बताया कि हाटी 14 जातियों और उप जातियों का संयुक्त समूह है. उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का योगदान हमेशा याद रखेंगे. अब हाटी हिमाचल के सिरमौर जिले के गिरी पार क्षेत्र में एक और बड़ा अभियान छेड़ा जाएगा.गैर राजनीतिक संगठन केंद्रीय हाटी समिति की शिमला इकाई इस दिशा में बड़ी पहल करेगी.समिति 154 पंचायतों के 400 गांव में हर घर दस्तक देगी और केंद्र की मोदी सरकार की सौगात का स्वागत करेगी. अभियान की पहुंच 3 लाख लोगों तक रहेगी।
वहीं, केंद्रीय केंद्रीय हाटी समिति के अध्यक्ष डॉ. अमि चंद कमल ने बताया कि कई दशकों के बाद उनकी मांग पूरी हुई हैं. उनका किसी भी पार्टी से कोई संबंध नहीं हैं जो भी जो भी सरकार उनकी मांग पूरी करती उन्होंने स्वाभाविक रूप से उसी के समर्थन में जाना था. बीजेपी सरकार ने उनकी लंबित मांग को पूरा किया हैं जिसके समर्थन में हाटी समिति गिरिपार में लोगों के बीच जाकर विशेष अभियान चलाएगी.
उन्होंने कहा कि सिरमौर में हाटी की जीत हुई है माटी की जीत हुई है, यह आंदोलन की जीत है. इसमें राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने पूरा सहयोग किया है. अब बारी हाटी समुदाय की है. हाटी समुदाय भी सरकार के साथ कंधा से कंधा मिला कर खड़ा है. लोग राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठकर सरकार को सहयोग करने को तैयार है.