एक अप्रैल से हिमाचल में शराब एमआरपी पर मिलेगी। नई आबकारी नीति के तहत फाइनेंशियल ईयर से जो शराब की बोतलों पर सभी टैक्स इन्क्लूड करके रेट लगाया जाएगा और लोगों को ये दाम ठेका मालिकों को देना होगा। एक्साइज विभाग के डिप्टी कमीश्नर ने कहा कि यदि कोई भी ठेका मालिक MRP से अधिका पैसे वसूलता है तो उसपर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
नीलामी यूनिट्स में इजाफा
डिप्टी कमीश्नर ने कहा कि आबकारी नीति 2018-19 के तहत होने वाली इस नीलामी में विभाग बड़े यूनिट्स की बजाए छोटे यूनिट्स भी ला रहा है। इसके चलते आबकारी जिला कांगड़ा में इस बार नीलामी के लिए 119 यूनिट्स बनाए गए हैं, जबकि गत वर्ष हुई नीलामी के दौरान जिला में महज 24 यूनिट्स ही बनाए गए थे।
याद रहे कि गत वर्ष पूर्व कांग्रेस सरकार ने एचपीबीएल का गठन किया था, जिसमें आबकारी नीति में बदलाव किया गया। मौजूदा बीजेपी सरकार ने सत्ता में आते ही एचपीबीएल को भंग करके पुरानी आबकारी नीति पर लौटने का फैसला लिया था। सरकार के इसी फैसले के अनुरूप अब शराब ठेकों की नीलामी/आबंटन होगा।
बेरोजगारी हटाने के लिए बनाए छोटे यूनिट्स
नई आबकारी नीति के तहत सरकार हिमाचली बेरोजगारों को शराब ठेकों की बिक्री में प्राथमिकता देगी। छोटे यूनिट्स का गठन भी इसी के चलते किया गया है ताकि कम पूंजी लगाकर भी युवा वर्ग और बेरोजगार इस नीति के तहत रोजगार हासिल कर सकें। नई आबकारी नीति के मुताबिक, अब एक व्यक्ति को दो यूनिट्स से ज्यादा की बिक्री नहीं की जाएगी। वहीं, आवेदनकर्ता भी एक यूनिट के लिए एक ही पर्ची डाल पाएंगे।
300 शराब ठेकों की होगी नीलाम
कांगड़ा में 14 मार्च को ठेकों की निलामी धर्मशाला में होने जा रही है। इस वर्ष 300 शराब ठेकों की नीलामी होगी। विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक गत वर्ष 319 शराब ठेकों की नीलामी हुई थी। जनता के विरोध के चलते जिला में 19 शराब ठेकों को बंद करना पड़ा था। ऐसे में अब शेष 300 शराब ठेकों के लिए नीलामी प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। इसके लिए आवेदक बैजनाथ, पालमपुर, देहरा, कांगड़ा और धर्मशाला स्थित ईटीओ कार्यालय में भी आवेदन कर सकते हैं।