<p>बिलासपुर के नैनादेवी के तहत आती मैथी पंचायत के लोगों ने अधिकारियों पर आरोप जड़े हैं। 24 अगस्त को हुए जनमंच के दौरान लोगों ने शिकायत एसडीएम बिलासपुर को सौंपी और कहा कि पंचायत के अधिकारियों की मिलीभगत से उनकी पंचायत को बीपीएल मुक्त किया गया है। ये फैसला पूरी तरह ग़लत है क्योंकि अभी भी गांवों में कई परिवार ऐसे हैं जिन्हें बीपीएल में रखा जाना चाहिए।</p>
<p>लोगों ने कहा कि पंचायत में बीपीएल मुक्ता का कोरम रखा गया था जिसकी जानकारी लोगों को नहीं दी गई। जब हमें जानकारी मिली तब तक पंचायत को बीपीएल मुक्त कर दिया गया था। उप प्रधान श्याम लाल चौधरी ने कहा कि जो पंचायत का निर्णय है वे सरासर ग़लत है। पंचायत में ऐसे लोग अभी भी है जिन्हें लाभ मिलना चाहिए था। उधर, प्रधान कमल देव ने कहा कि ये निर्णय लोगों का था इसमें किसी भी तरह की धांधली नहीं हुई है और यह सही काम हुआ है।</p>
Himachal Govt ₹64 Crore Payment: दिल्ली स्थित हिमाचल भवन की कुर्की से बचाने के लिए…
Himachal Congress Reorganization: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस संगठन को पुनर्गठित करने की प्रक्रिया शुरू हो…
Hardoi road accident: उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के मल्लावां कोतवाली क्षेत्र में सोमवार तड़के…
Post-Monsoon Drought Himachal: हिमाचल प्रदेश में पिछले दो महीनों से बारिश न होने के…
Daily Horoscope November 25: सोमवार का दिन कई राशियों के लिए महत्वपूर्ण बदलाव और नई…
Bareilly GPS Navigation Acciden: बरेली में एक दर्दनाक सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत…