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अनाथ हुए बच्चों के लिए हमीरपुर में किए विशेष प्रबंध, प्रशासन ने जारी किए हेल्पलाईन नंबर

जसबीर |

वैश्विक महामारी कोरोना और इसके प्रभावों से आज हर कोई जूझ रहा है। कोई अपने माता-पिता को खो रहा है तो कोई अन्य निकट संबंधियों को। ऐसी संकट की घड़ी में वे बच्चे अधिक मुश्किलें झेल रहे हैं जिनके माता-पिता या तो अस्पताल में उपचाराधीन हैं या फिर कोरोना का ग्रास बन चुके हैं। ऐसे अनाथ बच्चों के संरक्षण, देखभाल और पुनर्वास के लिए जिला हमीरपुर में बाल संरक्षण सेवायें योजना के अंतर्गत विशेष प्रबंध किए गए हैं।

डीसी हमीरपुर देवश्वेता वानिक ने बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों की पूरी तरह से देखभाल करने का जिम्मा महिला और बाल विकास विभाग ने उठाने का निर्णय लिया है। इसके लिए हेल्पलाईन नंबर भी जारी किए गए हैं। महिला और बाल विकास विभाग के माध्यम से ऐसे बच्चों को सुजानपुर स्थित अनाथ आश्रम में रखने की व्यवस्था की गई है। यहां कोविड नियमों के अंतर्गत सभी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।

उन्होंने बताया कि इस सम्बन्ध में जिला के सभी उपमंडलाधिकारी को भी निर्देश दिए गए हैं कि कहीं भी ऐसे बच्चे के संबंध में अगर जानकारी मिलती है तो इसकी सूचना जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला बाल संरक्षण अधिकारी और बाल कल्याण समिति, हमीरपुर को दें।

आपको बता दें कि जिला हमीरपुर के बिझड़ी और नादौन खंड में ऐसे मामले सामने आए है, जिसमें बच्चे के अनाथ होने की सूचना है। उसे देखभाल औऱ संरक्षण देने की पूरी प्रक्रिया विभाग द्वारा प्रारम्भ कर दी गई है। बाल कल्याण समिति के सदस्य वहां जाकर वस्तुस्थिति की रिपोर्ट देंगे और उसी आधार पर आगामी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।  कोविड-19 सम्बन्धी परामर्श औऱ उपचारात्मक उपायों के बारे में हेल्पलाईन नम्बर 1077, 104, 1075 तथा 1800-11-2545 पर जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करने और चाईल्ड लाईन की सहायता प्राप्त करने के लिए दूरभाष संख्या 1098 पर सम्पर्क कर सकते हैं। यदि किसी बच्चे को आश्रय और संरक्षण की आवश्यकता है तो वह स्वयं या उसके संरक्षक या कोई अन्य व्यक्ति जिला कार्यक्रम अधिकारी या जिला बाल संरक्षण अधिकारी से भी सम्पर्क कर सकता है।