➤ हिमाचल प्रदेश के 10 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी
➤ किन्नौर व लाहौल-स्पीति में फ्लैश फ्लड की चेतावनी
➤ मानसून सीजन में अब तक 224 लोगों की मौत, अरबों की संपत्ति नष्ट
हिमाचल प्रदेश के 10 जिलों में अगले 12 घंटे यानी सुबह 8 बजे तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के ताजा बुलेटिन के अनुसार बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन और ऊना में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम तथा एक-दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
इसके साथ ही किन्नौर और लाहौल-स्पीति में कई स्थानों पर फ्लैश फ्लड की चेतावनी दी गई है। कल भी कांगड़ा और मंडी में भारी बारिश का अलर्ट रहेगा, जबकि 13 अगस्त को कांगड़ा, कुल्लू और मंडी में ऑरेंज अलर्ट और 14 अगस्त को कांगड़ा, कुल्लू, मंडी व शिमला में भारी बारिश की संभावना है। अन्य जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
हालांकि राहत की बात यह है कि 15 अगस्त से मानसून की रफ्तार धीमी होगी। उस दिन केवल शिमला और कुल्लू में ही बारिश का यलो अलर्ट रहेगा, जबकि 16-17 अगस्त को मानसून और कमजोर पड़ जाएगा।
बीते 24 घंटों में शिमला में 23 मिमी, धर्मशाला में 16 मिमी, नाहन में 15 मिमी, कुफरी में 18 मिमी और मंडी में 10 मिमी बारिश दर्ज हुई।
बारिश के बीच सिरमौर के शिलाई में NH-5 पर भूस्खलन से टिप्पर और आयुष विभाग की गाड़ी बाल-बाल बची। शिमला-ठियोग-रोहड़ू एनएच पर एक बड़ा ट्राला पलटने से ट्रैफिक डायवर्ट करना पड़ा।
मौसम विभाग के अनुसार यलो अलर्ट तब जारी किया जाता है जब 24 घंटे में 64.5-115.5 मिमी बारिश हो, ऑरेंज अलर्ट 115.6-204.4 मिमी पर और रेड अलर्ट 204 मिमी से ज्यादा बारिश की संभावना पर जारी होता है।
अब तक मानसून सीजन में 224 लोगों की मौत, 36 लापता और 1990 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हो चुका है। 495 मकान पूरी तरह ढह गए हैं, जबकि 1545 को आंशिक क्षति हुई है। इसके अलावा 311 दुकानें और 1946 गौशालाएं भी नष्ट हो चुकी हैं। इस सीजन में 54 लैंडस्लाइड, 58 फ्लैश फ्लड और 30 बादल फटने की घटनाएं दर्ज हो चुकी हैं।



