यूक्रेन में इस कांगड़ा जिला के 12 छात्रों के रहने की पुष्टि हुई है। इस बाबत जिला प्रशासन की ओर राज्य सरकार के गृह विभाग को आगामी कार्रवाई के लिए सूचना प्रेषित की गई है। इनमें छह छात्र खारकिव नेशनल मेडिकल विश्वविद्यालय, चार छात्र मेडिकल विवि चेरनिव्त्सी, एक छात्र कीव मेडिकल विवि, एक छात्र नेशनल मेडिकल विवि वीन्नित्स्या में पढ़ाई के लिए गए हैं।
इसके साथ ही प्रदेश के कई जिलों के दर्जनों छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। लेकिन अभी तक उनकी कोई अपडेट नहीं है। हालांकि वे अपने परिजनों के साथ संपर्क में है लेकिन उन्हें बाहर निकालने को लेकर हिमाचल सरकार से लेकर केंद्र की सरकार ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है। हिमाचल की जयराम सरकार ने जरूर आश्वासन दिया है लेकिन अभी तक केंद्र सरकार ने इस पर कोई कदम नहीं उठाया।
वहीं, इन छात्रों के फंस जाने से कई लोग परिजनों को दोषी ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि जब दो बार दूतावास ने एडवाइज़री जारी की उस वक़्त किसी परिजन ने अपने बच्चों को लाने के लिए नहीं कहा। अब जब यूक्रेन पर हमला हो चुका है तो परिजन सरकारों को कोस रहे हैं जो कि सरासर ग़लत है।
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