अग़र आप भी हिमाचल प्रदेश के दूसरे बड़े अस्पताल(RPGMC) टांडा से कांगड़ा की ओर जा या आ रहे हैं तो सावधान हो जाएं… क्योंकि टांडा से कांगड़ा जाते वक़्त आपकी गाड़ी, बस, बाइक बुरी तरह हिचकोले खाने वाली है। सड़कों की खस्तहाल का आलम ये है कि अब तो मरीज को ला या फिर ले जा रही एंबुलेंस को भी आराम आराम से गुजरना पड़ता है। खराब सड़कों की हालत विभाग से लेकर हर किसी के नज़र में है लेकिन शायद हर कोई किसी हादसे के बाद ही जागेगा।
दरअसल, यहां टांडा से लेकर कांगड़ा मंदिर रेलवे स्टेशन तक सड़क के हालात बद से बदत्तर हो चुके हैं। सड़क में कई जगह खड्डे हैं तो कई जगहों से सड़क बीच बीच से उखड़ गई है। ऐसे में गाड़ी छोटी हो या बड़ी… हिचकोले मिलना लाजमी है। यहां तक कि मंगलवार को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का काफिला भी यहीं से होकर गुजरा, लेकिन किसी ने कोई ग़ौर नहीं किया। आए दिन मरीज़ को ला रही एंबुलेंस और यहां से रोजाना गुजरने वाले लोग काफी परेशान होती हैं लेकिन सड़कों की कोई मुरम्मत नहीं की जा रही।
कई दफा खाना पूर्ति करते हुए विभाग ने यहां पैच भरे लेकिन ये पैच 10 दिन में ही उखड़ गए और सड़क पहले की तरह हो गई। सड़क के बार-बार उखड़ने और हमेशा यहां धूल रहने की एक वजह ये भी है कि जगह जगह पर सड़क किनारे बड़ी क्रेनें लगी हैं जिसके चलते सड़क की बैंड बजी पड़ी है। दूसरी बात कांगड़ा रेलवे स्टेशन से मात्र डेढ़ या 2 किमी की दूरी पर अस्पताल है जिसके लिए सैकड़ों मरीज़ रोजाना इसी टूटी फूटी सड़क से गुजरते हैं।
बस, गाड़ी में सफर करते हुए तो लोग सड़क की बदहाली पर परेशान होते हैं लेकिन अपने काम के लिए निकले लोग इसपर कोई शिकायत या पूरी तरह गौर नहीं करते। अब समाचार फर्स्ट ने ये मुद्दा खुद आन-जान के बाद उठाया है जहां सड़क की हालत तो खस्ता है ही लेकिन साथ ही साथ सड़क में धूल और पहाड़ों की खोदने का काम भी लोगों के लिए अड़चने डाल रहा है। उम्मीद है इसपर जल्द सरकार और विभाग कोई कदम उठाएंगे।