माननीयों के बढ़े यात्रा भत्ते पर विरोध अब दिन प्रतिदिन तूल पकड़ते जा रहा है। शिमला में विधानसभा गेट से समाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा इसकी विरोध की आवाज़ उठाई गई। वहीं अब आम जनता ने भी इसका विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरना शुरू कर दिया है। शिमला डीसी कार्यालय के बाहर शहर के लोगों ने मंत्री-विधायकों के बढ़े यात्रा भत्तों के विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने लोअर बाज़ार में दुकान-दुकान जाकर लोगों से भीख मांगकर चंदा इक्टठा किया। प्रदर्शनकारी ललित शर्मा ने कहा कि पक्ष विपक्ष ने विधानसभा में भत्ता बढ़ोतरी के लिए एकजुटता दिखाते हुए पूर्ण बहुमत से एक आवाज़ में यात्रा भत्ते का बिल पास कर दिया। अगर किसी आम आदमी की कोई समस्या हो तो वह फाइलों में बंद रह जाती है। विधानसभा में बिना किसी विरोध के मंत्री-विधायकों के भत्ते बढ़ाए जाते हैं और अग़र आउटसोर्स तथा अन्य कर्मियों की बात आती है तो मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि अगर कर्मचारियों के भत्तों में बढ़ोतरी करनी हो तो कई साल लग जाते हैं। अपने भत्ते एक दम से बढ़ जाते हैं। सरकार एक ओर कहती है कि 2500 से ऊपर आमदन वाला बीपीएल में नहीं आता वहीं मंत्री-विधायकों के लाखों रुपये वेतन होने के बावजूद भी यह अपने भत्तों में बढ़ोतरी कर रहे हैं। आज उनकी कंगाली के लिए भीख मांगी जा रही है और ये राशि उन्हें भेजी जाएगी।