<p>नगर निगम शिमला में एक बार फिर गुटबाजी देखने को मिली है। दरअसल, बुधवार को मेयर, डिप्टी मेयर सहित सभी पार्षदों का मुख्यमंत्री से मिलने का कार्यक्रम था, जिसमें नगर निगम के कार्यालय टाऊन हॉल मे वापस आने को लेकर चर्चा होनी थी। लेकिन, इस दौरान ये मीटिंग केवल कुछ ही पार्षदों के साथ हुई और इस मीटिंग में बीजेपी के कुछ पार्षद नहीं पहुंचे।</p>
<p>बताया जा रहा है कि ये सिर्फ वही पार्षद बैठक में नहीं पहुंचे जो मेयर को हटाने की लॉबिंग कर रहे हैं। इन बीजेपी पार्षदों में किमी सूद, आरती शर्मा, पूर्ण चंद, सत्या कौंडल, कमलेश और शैलेन्द्र चौहान के नाम शामिल है। इन सभी पार्षदो को शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज के गुट का माना जाता है। ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि नगर निगम भाजपा के अंदरखाते क्या कोई खिचड़ी पक रही है और विरोध की चिंगारी सुलग रही है?</p>
<p>लिहाजा, मुख्यमंत्री के साथ हुई इस बैठक में कांग्रेस के भी दो पार्षद और सीपीआईएम की एकमात्र पार्षद भी पहुंची।</p>
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड परीक्षाओं के पैटर्न में बड़े बदलाव की तैयारी…
मंडी के रखोह के कलोह गांव की घटना मृतक वार्ड पंच और पत्नी थी आशा…
Shimla: सरकार ने तीन आईपीएस और 2 एचपीएस के तबादला और नियुक्ति आदेश जारी…
Sangrur: खनौरी बॉर्डर पर किसान ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। मरने वाले…
सवाल नगर निगम ने खुद 7000 अवैध निर्माण चिन्हित किया था। क्या सब पर बुलडोजर…
New Delhi: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक…