मुख्यमंत्री के आदेशों के बाद सैनेटाइज़र घोटाले में मामला दर्ज हुआ है। शिमला पुलिस ने घोटाले में धोख़ाधड़ी और जाल-साजी करने के आरोप दर्ज किए हैं। इस घोटाले में मामले में जांच विजिलेंस की विशेष जांच दल और एंटी क्रप्शन ब्यूरो कर रहे हैं। दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है जिसमें शिमला के एक सरकारी कॉन्ट्रेक्टर और सप्लायर शामिल है।
गौरतलब है कि कॉन्ट्रेक्टर ने बिना लाइसेंस वाले सैनेटाइजर और हैंड वॉश की सचिवालय में सप्लाई की थी। जब मामला प्रकाश में आया तो इस पर काफी सवाल उठे थे। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कहा था कि इस वक़्त काफी लोग ऐसे मौकों का फ़ायदा उठा रहे हैं। मामले में एक भी पैसा नहीं दिया गया औऱ न ही देंगे। घिनौना काम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।