ऊना के तबलीगी जमात से संबंधित लोगों की जानकारी छिपाने पर अंब पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इनमें से एक कुठेड़ा खैरला मस्जिद के मौलवी का बेटा अब्दुल वाहिद भी शामिल है, जो कुछ दिन पहले ही कोरोना पॉजिटिव भी आया है। जबकि बाकि 4 लोग उसी के दोस्त बताए जा रहे हैं। पुलिस ने यह कार्रवाई कुठेड़ा खैरला पंचायत के एक प्रतिनिधि की शिकायत के आधार पर ही है।
जानकारी के मुताबिक पंचायत ने अब्दुल को कर्फ्यू के दौरान जमातियों से न मिलने और घर पर रहने की कई बार हिदायतें दी, लेकिन अब्दुल वाहिद ने उन सभी हिदायतों को धत्ता बताते हुए न केवल जमातियों से मिलना जुलना जारी रखा, बल्कि वह इस दौरान नकड़ोह के कमाली की मस्जिद में भी उन जमातियों से बेरोक टोक मिलता रहा।
बताया जा रहा है कि अब्दुल वाहिद अपने 4 दोस्तों के साथ भी कुठेड़ा खैरला की सड़कों पर बेवजह और बेरोक टोक घूमता रहा। अब पहले से कोरोना पॉजिटिव चल रहे कुठेड़ा खैरला के मौलवी मोहम्मद इरफान का यह बेटा अब्दुल वाहिद भी कोरोना पॉजिटिव निकल आया है। इससे न केवल कुठेड़ा खैरला बल्कि उन स्थानों पर भी लोग दहशत में आ गए हैं, जहां वह दोस्तों को साथ लेकर घूमता-फिरता रहता था।
एक तरफ वाहिद कोरोना से जूझ रहा है, दूसरी ओर पुलिस ने उसकी मुश्किलों को बढ़ाते हुए वाहिद और उसके 4 दोस्तों के खिलाफ आईपीसी की धारा 188, 269, 270 और 271 IPC तथा 2005 के डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 51 के तहत केस दर्ज करते हुए अगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि तबलीगी जमात से जुड़े तथ्यों को छिपाने के मामले में ऊना जिले में यह 7वीं एफआईआर दर्ज की गई है। इनमें से सबसे अधिक 5 मामले नकड़ोह की कमाली मस्जिद के मौलवी अजमत अली के खिलाफ दर्ज किए गए हैं। डीएसपी अंब मनोज जम्वाल ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस मामले की जांच में जुटी है।