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नवंबर में 123 साल का रिकॉर्ड तीसरी बार टूटा, बारिश लगभग न के बराबर

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Lowest Rainfall in Himachal History: हिमाचल प्रदेश में नवंबर 2024 का महीना 123 सालों के इतिहास में तीसरी सबसे कम बारिश वाला महीना रहा है। मौसम विभाग के अनुसार इस माह राज्य में औसतन 19.7 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन मात्र 0.2 मिलीमीटर बारिश हुई, जो सामान्य से 99% कम है। यह कमी 1901 से 2024 की अवधि में दर्ज तीसरी सबसे कम बारिश है।

नवंबर में अब तक की सबसे अधिक बारिश 1925 में 88.5 मिलीमीटर दर्ज की गई थी। वहीं, इस बार हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर, कुल्लू, कांगड़ा, मंडी, शिमला, ऊना और चंबा जिलों में पूरे माह बारिश नहीं हुई।

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, नवंबर के अंत तक बारिश की गतिविधि बेहद कम रही। आने वाले दिनों में 30 नवंबर से 3 दिसंबर तक लाहौल-स्पीति, चंबा, किन्नौर, कांगड़ा, मंडी और कुल्लू के ऊंचे इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है। हालांकि, राज्य के अन्य हिस्सों में मौसम शुष्क रहने का पूर्वानुमान है।

बारिश की इस कमी से कृषि और जल संसाधनों पर असर पड़ने की आशंका है। विशेषज्ञों का मानना है कि मौसम की अनियमितता हिमाचल प्रदेश के पर्यावरण और कृषि क्षेत्र के लिए चुनौती बन सकती है।

हालांकि आज मौसम ने करवट बदली है। रोहतांग दर्रे सहित हिमाचल में उंची पर्वत श्रृंखलाओं  बर्फ के फाहे गिरे। रोहतांग दर्रे में शनिवार को 2 इंच हिमपात हुआ। रोहतांग में बर्फ के फाहे देख पर्यटक झूम उठे। पर्यटन नगरी में हिमपात से पर्यटन कारोबार बढ़ने की उम्मीद जगी है। हालांकि अभी पर्यटकों की संख्या कम है लेकिन न्यू ईयर व क्रिसमस के दौरान सैलानियों का सैलाब उमड़ने की उम्मीद है। मनाली के सभी पर्यटन स्थलों में सैलानी चहक उठे हैं। लेकिन शेष हिमाचल बारिश से महरूम है। लोगों की खासकर मैदानी इलाकों में परेशानियों बढ़ रही हैं।