➤ हिमाचल में 12 से 14 सितंबर तक बारिश का यलो अलर्ट जारी
➤ इस मानसून सीजन में अब तक 380 मौतें और 40 लोग लापता
➤ 582 सड़कें और 4 नेशनल हाईवे बंद, भारी तबाही से 4306 करोड़ का नुकसान
हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने बड़ा अपडेट जारी किया है। आज यानी 11 सितंबर को मौसम साफ रहने का अनुमान है, लेकिन कल से एक बार फिर वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इसके चलते 12 से 14 सितंबर तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश के आसार हैं। विभाग ने अगले 72 घंटे के लिए कई जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
प्रदेश इस बार भारी मानसून आपदा से जूझ रहा है। आंकड़ों के मुताबिक, 1 जून से 10 सितंबर तक 380 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 40 लोग लापता हैं। इनमें से 76 लोगों की जान बाढ़, बादल फटने और लैंडस्लाइड की घटनाओं में गई है। प्रशासन का कहना है कि अब लापता लोगों के जिंदा होने की संभावना बेहद कम है।
प्रदेश में इस मानसून सीजन के दौरान 137 बड़े लैंडस्लाइड, 97 फ्लैश फ्लड और 45 बादल फटने की घटनाएँ हो चुकी हैं। इन आपदाओं के चलते जान और माल दोनों को भारी नुकसान हुआ है। अनुमानित तौर पर 4306 करोड़ रुपए की सरकारी और निजी संपत्ति नष्ट हो चुकी है।
बारिश के कारण सड़कों का नेटवर्क भी पूरी तरह चरमराया है। फिलहाल 4 नेशनल हाईवे और 582 सड़कें बंद पड़ी हैं। इनमें से कई सड़कों पर पिछले 15 दिनों से यातायात बहाल नहीं हो पाया है। मौसम विभाग का कहना है कि इस सीजन में प्रदेश में सामान्य से 43% अधिक बारिश हुई है। कुल्लू में सामान्य से 113% और शिमला में 107% ज्यादा बारिश रिकॉर्ड हुई है। यही कारण है कि इस बार की बरसात प्रदेश के लिए भारी तबाही लेकर आई।
अब जबकि 12 सितंबर से फिर से वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होगा, तो आशंका है कि हालात और चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। प्रशासन ने लोगों को नदियों, नालों और भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है।



