ड्रग माफिया को जड़ से खत्म करने के लिए हिमाचल सरकार पड़ोसी राज्यों के साथ मिलकर ‘ज्वाइंट ऑपरेशन’ शुरू करने जा रही है। चारों राज्य एक मंच पर आकर नशे के खात्मे के लिए कॉमन स्ट्रेटेजी तैयार करेंगे। सोमवार को चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास में इस संबंध में मीटिंग होगी।
इसमें सीएम जयराम ठाकुर सहित पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। बैठक में चारों ही राज्यों में फैल रहे नशे के कारोबार को कैसे खत्म किया जाए इस पर मंथन किया जाएगा। ठाकुर ने इस संबंध में हाल ही में सभी राज्यों को पत्र लिखा था। पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड के साथ हिमाचल में भी नशे का कारोबार काफी ज्यादा बढ़ गया है।
पड़ोसी राज्य में सक्रिय चिट्टा माफिया हिमाचल में जड़ें फैला चुका है। विदेशी ड्रग्स पैडलर इस धंधे को कई राज्यों से ऑपरेट कर रहे हैं। शिमला पुलिस की जांच में ऐसे खुलासे हुए हैं। इसके साथ ही सिंथेटिक ड्रग्स की तस्करी भी यहां बढ़ रही है। 6 माह के भीतर ही प्रदेश में एनडीपीएस एक्ट के 831 के करीब मामले पकड़े हैं।
हिमाचल प्रदेश ने गठित की एसटीएफ
पिछले महीने आयोजित राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में नशे के सौदागरों को पकड़ने के लिए सरकार ने स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया था। इसमें युवा पीढ़ी को नशे की गिरफ्त से बचाने के लिए प्रदेश भर में विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया था। 4 सरकारी विभाग (शिक्षा, स्वास्थ्य, पुलिस और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग) इस अभियान में जुड़ेंगे। ग्राम पंचायत, महिला मंडल, शिक्षक, स्कूली छात्रों के अलावा उनके अभिभावकों का भी सहयोग लिया जाएगा।