➤ सोलन और सरकाघाट में आत्महत्या के दो मामले
➤ सोलन में हिम ऊर्जा विभाग के जेई ने लगाया फंदा
➤ सरकाघाट में नाबालिग का शव फंदे पर लटका मिला
हिमाचल प्रदेश में आत्महत्या के दो अलग-अलग मामले सामने आए हैं। पहला मामला जिला मुख्यालय सोलन के चंबाघाट का है, जहां हिम ऊर्जा विभाग के जेई (जूनियर इंजीनियर) अरुण कुमार (35) ने फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। अरुण शिमला जिले के कुठाड़ गांव का रहने वाला था और डेढ़ साल से हिम ऊर्जा विभाग में कार्यरत था। वह अपनी पत्नी के साथ चंबाघाट के बेर गांव में किराए के कमरे में रहता था, लेकिन घटना के समय उसकी पत्नी गांव गई हुई थी। 3 अगस्त को जब पत्नी ने पड़ोस में रह रहे किरायेदार को फोन करके बताया कि अरुण फोन नहीं उठा रहा है, तब जाकर यह दुखद घटना सामने आई। पड़ोसी ने कमरे में जाकर देखा तो अरुण पंखे से लटका हुआ था।
एसपी सोलन गौरव सिंह ने बताया कि पुलिस को हेल्पलाइन नंबर 112 के माध्यम से सूचना मिली थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और जांच शुरू कर दी है। हालांकि, अभी तक किसी ने भी इस घटना पर कोई शक जाहिर नहीं किया है, फिर भी पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है।
दूसरा मामला उपमंडल सरकाघाट के चलहोग क्षेत्र का है, जहां एक नाबालिग लड़की का शव भी फंदे से लटका हुआ मिला। यह घटना भी 3 अगस्त की है। परिजनों ने पुलिस को बताया कि लड़की अपनी मां के साथ घास लाने गई थी। घर लौटने के बाद मां अपने काम में व्यस्त हो गई और बेटी कमरे में चली गई। थोड़ी देर बाद जब मां कमरे में वापस आई तो बेटी को चुन्नी से बने फंदे से पंखे पर लटका पाया। मां की चीख सुनकर गांव वाले जमा हुए और आनन-फानन में लड़की को सरकाघाट अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
डीएसपी सरकाघाट संजीव गौतम ने बताया कि पुलिस ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं, लेकिन कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। परिजनों ने भी इस मामले में किसी पर कोई शक जाहिर नहीं किया है। पुलिस ने कानूनी कार्रवाई अमल में लाते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।



