HPMC Profit Growth: हिमाचल प्रदेश सचिवालय में मंगलवार को HPMC निदेशक मंडल की 217वीं बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने की। इस दौरान निगम की वित्तीय स्थिति, उत्पादन क्षमता और आगामी परियोजनाओं पर चर्चा हुई। बैठक के बाद बागवानी मंत्री ने बताया कि HPMC ने इस वित्त वर्ष में अब तक का सबसे अधिक ₹5 करोड़ का मुनाफा अर्जित किया है। यह निगम के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा लाभ है। इसके अलावा, HPMC ने 2000 टन एप्पल कंसंट्रेट का रिकॉर्ड उत्पादन किया है, जिससे प्रदेश के बागवानों और किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।
HPMC हिमाचल प्रदेश में लंबे समय से किसानों और बागवानों के लिए कार्य कर रहा है। निगम के तहत मार्केट इंटरवेंशन स्कीम (MIS) के अंतर्गत सेब की खरीद की जाती है। इसके अलावा, HPMC वाइन, जूस और बिना आर्टिफिशियल शुगर वाले स्वास्थ्यवर्धक पेय उत्पाद भी तैयार करता है। निगम अब अपनी संपत्तियों को आय का स्रोत बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। निदेशक मंडल ने फैसला किया है कि प्रदेशभर में HPMC की भूमि को आय अर्जित करने के लिए प्रयोग किया जाएगा। इससे निगम को 100 करोड़ रुपये से अधिक की अपफ्रंट मनी और हर महीने ₹2 करोड़ की अतिरिक्त आय होने की संभावना है।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि प्रदेश में स्थित CA स्टोर और ग्रेडिंग-पैकिंग सेंटर को टेंडर प्रक्रिया के तहत निजी क्षेत्र को सौंपा जाएगा। इस निर्णय से HPMC की वित्तीय स्थिति और मजबूत होगी और भविष्य में निगम को ज्यादा मुनाफा मिलेगा। बागवानी मंत्री ने बताया कि HPMC जल्द ही प्रदेश में जियो-थर्मल तकनीक से CA स्टोर बनाने की योजना पर कार्य कर रहा है। इसके लिए पायलट प्रोजेक्ट भी शुरू किया गया है। इसके अलावा, निगम ने नए वाइन और लीकर ब्रांड्स लॉन्च करने का भी फैसला किया है, जिससे प्रदेश में बागवानी उत्पादों की मांग और बढ़ेगी।
HPMC की नई योजनाओं और आर्थिक सुधारों से प्रदेश के बागवानों और किसानों को प्रत्यक्ष लाभ होगा। निगम की बढ़ती आय से बागवानी क्षेत्र को नई ऊंचाइयां मिलेंगी और इससे हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।



