🔹 राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय कोर्ट की 35वीं बैठक की अध्यक्षता की।
🔹 नये विद्यार्थियों को नशा न करने का शपथ पत्र भरना अनिवार्य होगा, अभिभावकों को भी जागरूक किया जाएगा।
🔹 विश्वविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट और लेखा रिपोर्ट को बैठक में मंजूरी दी गई।
Himachal Pradesh University Court Meeting : हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) में इस सत्र से प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को नशा न करने का शपथ पत्र भरना अनिवार्य होगा। इसके अलावा, अभिभावकों को भी ई-मेल या पत्र के माध्यम से जागरूक किया जाएगा। यह निर्णय विश्वविद्यालय की 35वीं कोर्ट बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति शिव प्रताप शुक्ल ने की।
राज्यपाल ने बैठक में विश्वविद्यालय की पुनर्प्रतिष्ठा पर जोर देते हुए कहा कि नशे की समस्या को कॉलेज स्तर पर ही रोकने के लिए ठोस प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने विश्वविद्यालय कोर्ट की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इसके निर्णय शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और संस्थान के विकास में सहायक होने चाहिए।
बैठक में वर्ष 2021-22 और 2022-23 की वार्षिक रिपोर्ट और 2018-19 का वार्षिक लेखा अनुमोदित किया गया। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय कोर्ट के सदस्यों की अनुपस्थिति पर असंतोष व्यक्त करते हुए इसे गंभीरता से लेने के निर्देश दिए।
उन्होंने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, नैतिक मूल्यों, डिजिटल शिक्षा, रोजगारपरक शिक्षा, उद्यमिता, अनुसंधान और नवाचार पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.पी. बंसल ने राज्यपाल को विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और योजनाओं से अवगत कराया।
कुलपति ने बताया कि वर्तमान में विश्वविद्यालय में 8000 कैंपस-आधारित विद्यार्थी और 1300 पीएचडी छात्र अध्ययनरत हैं। विश्वविद्यालय ने विभिन्न स्रोतों से 123 करोड़ रुपये की राशि जुटाई है। बैठक में विधायक सुरेश कुमार और उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने भी अपने सुझाव दिए।



