चंबा जिले के चुराह विधानसभा के कई गांवों के लोगों को बीते 10 महीने से हिमाचल परिवहन निगम की बसें मिलनी बंद हो गई हैं। चुराह विधानसभा की नकरोड़ से सतरुणी आयल बस सेवा की बंद हो गई है। यहां के लोगों द्वारा कई बार शिकायत किए जाने के बाद भी परिवहन विभाग द्वारा बस सेवा बहाल नहीं की जा रही है। लोगों को यह रास्ता पैदल तय करना पड़ता है। इस क्षेत्र में मात्र दो ही टैक्सी चलती है, जिन पर लोगों को जान हथेली पर रख अधिक रुपए खर्च करके सफर तय करना पड़ता हैं। इन सभी पंचायतों के लोगों के लिए दो टैक्सी काफी नहीं है।
नतीजा यह है कि लोगों को मजबूरी में इन टैक्सियों की छत पर सफर तय करना पड़ता है। यहां तक कि स्कूली बच्चे भी गाड़ी की छत पर सफर करने के लिए मजबूर हैं। हालांकि वाहन चालक सवारी को छत पर सफर करने के लिए लोगों को मना लेते हैं, लेकिन लोग उनकी बात सुनते नहीं हैं और गाड़ियों की कमी के चलते मजबूरी में छत पर बैठकर सफर करते हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले आठ-दस महीनों से यहां पर नकरोड़ से सतरुणी, आयल क्षेत्रों में बस सेवाएं बंद हो चुकी हैं। रास्ते इतने खराब हैं कि इन पर सफर करना खतरे से खाली नहीं है। उन्होंने बताया कि वह यहां पर मात्र दो ही टैक्सी गाड़ियां चलती हैं जिन पर वह जबरदस्ती छत पर सफर करने के लिए मजबूर हो जाते हैं।
उन्होंने बताया कि बस सेवा बहाली के लिए उन्होंने कई बार विभाग से आग्रह भी किया था लेकिन उसके बावजूद भी विभाग ने इस इलाके की बस सेवा बहाल नहीं की गई। उन्होंने बताया कि जब कोई मरीज हॉस्पिटल के इलाज के लिए लाना होता है तो इन्हीं टैक्सी गाड़ियों में उन्हें लाद कर लाना पड़ता है और छत पर सफर कर अपनी जान को जोखिम में डालना पड़ता है।
उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि उनके क्षेत्र की बस सेवा को जल्द से बहाल किया जाए ताकि उन्हें किस तरह की दिक्कतों का सामना ना करना पड़े।