HRTC Bus Safety Issue: हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम की बसों को पंजाब में पूरी सुरक्षा देने को लेकर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के बीच फोन पर बातचीत हुई। इस वार्ता में पंजाब सरकार ने हिमाचल प्रदेश की बसों की सुरक्षा का पूरा भरोसा दिलाया।
इस घटना के बाद हिमाचल सरकार ने एहतियातन होशियारपुर बॉर्डर के 10 बस रूटों पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है। सरकार ने कहा है कि स्थिति सामान्य होते ही बस सेवा फिर से बहाल कर दी जाएगी।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधानसभा में इस मुद्दे पर जानकारी देते हुए कहा कि हिमाचल और पंजाब के बीच गहरा भाईचारा है। उन्होंने कहा, “पंजाब हमारा बड़ा भाई है और हम दोनों राज्यों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखना चाहते हैं।”
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि पंजाब में अशांति फैलाने वालों पर उचित कार्रवाई की जाएगी और हिमाचल परिवहन निगम की बसों को पूरी सुरक्षा दी जाएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जो भी शरारती तत्व बसों पर पथराव या अन्य उपद्रव में शामिल होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
दोनों राज्यों के डीजीपी स्तर पर भी वार्ता होगी, ताकि बस सेवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी से बचाया जा सके।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, “हम सभी धार्मिक गुरुओं का सम्मान करते हैं, लेकिन माहौल खराब करना किसी भी स्थिति में उचित नहीं है।”
उधर, हिमाचल परिवहन निगम (HRTC) की बसों पर पंजाब में लगातार हो रहे हमलों से हिमाचल प्रदेश में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बीते कल हमीरपुर डिपो की एक बस पर शरारती तत्वों ने हमला कर तोड़फोड़ की, जिसके बाद HRTC ड्राइवर-कंडक्टर यूनियन ने कड़ी नाराजगी जताते हुए बड़ा फैसला लेने की चेतावनी दी है।
ड्राइवर यूनियन के अध्यक्ष मान सिंह ठाकुर ने कहा कि यदि ऐसी घटनाएं तुरंत नहीं रोकी गईं और पंजाब पुलिस सख्त कार्रवाई नहीं करती, तो कल से HRTC की कोई भी बस पंजाब नहीं भेजी जाएगी। उन्होंने पंजाब सरकार से मांग की कि हिमाचल परिवहन निगम की बसों और चालकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
मान सिंह ठाकुर ने कहा:
“बीते कल हुई घटना के बाद HRTC की 5-6 बसें पंजाब नहीं भेजी गईं। अगर हालात नहीं सुधरे, तो कल से सभी बस सेवाएं रोक दी जाएंगी। हमारे चालक और परिचालक (ड्राइवर-कंडक्टर) सुरक्षित नहीं हैं, जिससे सवारियों की जान को भी खतरा है।”