नगर निगम धर्मशाला के तहत मनरेगा में दिहाड़ी लगाने वाली हजारों महिलाओं ने अपने बकाया वेतन को लेकर आज इंटक के बैनर तले रोष रैली निकाली और निगम कार्यालय के बाहर धरना दिया। महिलाओं ने निगम पर आरोप लगाया कि पिछले एक साल से उन्हें वेतन के नाम पर गुमराह किया गया है।
इंटक के प्रदेश महामंत्री सीताराम सैनी ने कहा कि रोजगार के नाम पर प्रदेश की भाजपा सरकार मजदूरों के साथ धोखा कर रही है। रोजगार गारंटी के नाम पर मजदूरों को अंधेरे में रखा गया। सरकार की घोषणाएं कागजों तक ही सीमित हैं। महिला मजदूरों को पिछले एक साल से वेतन नहीं मिला है, जिससे उन्हें घर का चूल्हा जलाने के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि नगर निगम और सरकार ने उनकी मांगों को शीघ्र पूरा नहीं किया तो मजदूर उग्र आंदोलन करने पर विवश हो जाएंगे।
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