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“हिमाचल में पिछले 5 सालों में 60 फीसदी पेपर लीक का चल रहा था गोरखधंधा”

पी. चंद |

हिमाचल प्रदेश पुलिस में कांस्टेबलों के पद के प्रश्न पत्रों के कथित रूप से लीक होने से संबंधित दो मामलों की चल रही जांच में 07 राज्यों/संघ शासित प्रदेशों में लगभग 50 स्थानों पर तलाशी ली है.  प्रदेश पुलिस में कांस्टेबलों के पद के लिए लिखित परीक्षा के लिए तलाशी के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए हैं.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में पिछले पांच सालों से खुलेआम पेपर लीक का गोरखधंधा चल रहा था. जयराम सरकार की मिलीभगत से युवाओं और पढ़े लिखे बेरोजगारों से लूट का कारोबार चलता रहा.
पांच सालों के दौरान 60 फीसदी से ज्यादा भर्ती परीक्षाओं के परचे लीक हुए. अपने चेहतों को फायदा पहुंचाने के लिए पेपर लीक किए गए. हिमाचल विजिलेंस भी मामले की जांच कर रही है उन्हे उम्मीद है कि सीबीआई भी मामले की निष्पक्ष जांच करेगी.
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कांगड़ा पुलिस ने सीबीआई को पुलिस कांस्टेबल पेपर लीक मामले की स्टेटस रिपोर्ट सहित अन्य जानकारियां प्रदान की हैं. पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में एसआईटी ने 181 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद तीन चार्जशीट दायर की.
हिमाचल प्रदेश में पुलिस कांस्टेबलों के पदों की भर्ती के लिए 27 मार्च 2022 को लिखित परीक्षा का आयोजन किया था. परीक्षा में 74,757 उम्मीदवार शामिल हुए. इनमें से 26,346 ने लिखित परीक्षा पास की.
जबकि 47,365 असफल रहे। 1046 उम्मीदवार अनुपस्थित रहे. कांस्टेबलों के पदों के लिए कुल 1,87,476 आवेदन प्राप्त हुए थे. हिमाचल प्रदेश पुलिस कांस्टेबलों के 1334 पदों के लिए 27 मार्च को हुई लिखित परीक्षा से पूर्व ही प्रश्नपत्र लीक हो गया था. उसके बाद जुलाई माह में फ़िर से परीक्षा करवाई गई.