भारतीय संस्कृति निधि (इंटेक) मंडी ने रविवार को होटल राजमहल में आयोजित एक गरिमामयी आयोजन में मंडी की दस हस्तियों को इस वर्ष के पुरस्कार से सम्मानित किया। संगीत, कला, साहित्य, रंगमंच, पर्यावरण व विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को यह सम्मान दिया गया।
सम्मान समारोह में एसपीयू की प्रति कुलपति प्रो. अनुपमा सिंह ने बतौर मुख्यातिथि व भारत के राष्ट्पति द्वारा नारी शक्ति सम्मान से सम्मानित अंशुल मल्होत्रा ने विशेष अतिथि के रूप में शिरकत की।
समारोह में मुख्यातिथि प्रो अनुपमा सिंह ने संगीत जगत से बालकृष्ण शर्मा, शुक्ला शर्मा व अभिषेक विष्ट, इतिहासकार किशोरी लाल वैद्य, जंगली फलों के विशेषज्ञ डॉ चिरंजीत परमार, साहित्यकार मुरारी शर्मा, योगेश्वर शर्मा, स्थानीय कला मंच व लोक नृत्य का बढावा देने वाले प्रो. रमेश रवि, पर्यावरणविद नरेंद्र सैणी व साहित्यकार पौमिला ठाकुर को भारतीय संस्कृति निधि की की ओर से प्रशस्ति-पत्र, स्मृति चिह्न व मफलर पहनाकर सम्मानित किया।
समारोह की मुख्यातिथि प्रो. अनुपमा सिंह ने कहा कि हमारी संस्कृति हमारी आत्मा को समृद्ध व सुदृढ़ बनाती है। उन्होंने कहा कि पूर्वजों से मिली विरासत का संरक्षण करना हमारा दायित्व है। इसी से हमारी भावी पीढ़ी अपनी बहुमूल्य संस्कृति का सम्मान करेगी। वहीं नारी शक्ति सम्मान से सम्मानित अंशुल मल्होत्रा ने बताया कि विरासत को बचाना बेहद जरूरी है, ताकि हमारी परंपराएं, कला और धरोहर विलुप्त से बच सकें।
इंटेक मंडी चैप्टर के संयोजक नरेश मल्होत्रा ने बताया कि इंटेक का मुख्य उद्देश्य जिला की संस्कृति व विरासत का संरक्षण है। उन्होंने बताया कि जिन लोगों को सम्मानित किया गया वह आज मंडी की संस्कृति व विरासत के संरक्षण की दिशा में बेहतर कार्य कर रहे हैं।
इस मौके पर बालकृष्ण शर्मा द्वारा तैयार किए गए ,पहाड़ी गीत, को भी विधिवत जारी किया गया। उन्होंने इस पहाड़ी लोक गीत को गाकर भी सुनाया। अनिल शर्मा ने सभी आए हुए मेहमानों का आभार जताया।