सोलन के सुबाथू स्थित सलारिया स्टेडियम में सैकड़ों जवानों ने गीता पर हाथ रखकर भारत की रक्षा करने और देश पर मरने मिटने की शपथ ली। इसके साथ ही 42 हफ्ते के कठिन प्रशिक्षण के बाद 237 जवान भारतीय सेना के खेमे में शामिल हो गए हैं।
शनिवार को सुबाथू के सलारिया स्टेडियम में भव्य दीक्षांत परेड का आयोजन किया गया। इस आयोजन में कोर्स-133 के 237 जवान करीब 11 महीने के कठिन प्रशिक्षण प्रापत करने के बाद विविधत रूप से भारतीय सेना में शामिल हुए। सेना में शामिल हुए सभी जवानों को 14 जीटीसी के धर्मगुरु राम बनी पाठक ने गीता पर हाथ रखकर संविधान की रक्षा और देश पर मर-मिटने की शपथ दिलाई।
दीक्षांत परेड में सबसे पहले 14 जीटीसी के कमांडेंट ने भव्य परेड का निरीक्षण करने के बाद सलामी ली। कमांडेंट आरएस रावत ने सभी जवानों को बधाई देते हुए कहा कि वो विश्व की सबसे महानतम सेना में शामिल हुए हैं। रावत ने ट्रेनिंग के दौरान सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जवान को भी सम्मानित किया।