विधान सभा मॉनसून सत्र के छठे दिन ठियोग से विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने सदन में नियम 61 के तहत सेब का मुद्दा उठाया और युनिवर्सल कार्टन लागू करने की सरकार से मांग की जिस पर बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि सरकार ने इस वर्ष से सेब को वजन के हिसाब से बेचने का निर्णय लिया जिसका बागवानो को फायदा हुआ है। अगले सेब सीजन से सरकार टेलिस्कोपिक कार्टन को बंद कर युनिवर्सल ग्रेडिंग कार्टन लेकर आएगी जिसमें फुल बॉक्स में 24 किलो और हॉफ बॉक्स में 12 किलो की पैकिंग ही आएगी।
कुलदीप सिंह राठौर ने सदन में कहा किलो के हिसाब सेब खरीदने का फैसला सही लेकिन यह पूरी तरह लागू नहीं हो पाया क्योंकि अभी टेलीस्कोपिक कार्टन का बाजार में चलन हैं जिससे बागवानों में इसको लेकर भ्रम की स्थिती रही और प्रदेश के बाहर की मंडियों में इस तरह की व्यवस्था नहीं है। जिससे राज्य सरकार को भी नुकसान हुआ है.
इसलिए सरकार से युनिवर्सल कार्टन लागू करने की मांग की गई।कुलदीप राठौर ने कहा खेती फायदे का सौदा नहीं है लागत बढ़ती जा रही है लाभ कम मिल रहा है, सरकार को गंभीरता से विचार करने की जरूरत है बागवानी को बचाने की जरूरत है।केंद्र सरकार ने विदेशी सेब के आयात पर ड्यूटी घटाई इसे 70% किया जाए ।विपक्ष भी इस पर सहयोग करे, इससे बागवानों को नुकसान हो रहा है
वहीं बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने सदन में कहा कि बागवानों की मांग पर वजन के हिसाब से सेब बेचने का फैसला सरकार ने लिया है जिसे पूरी सख्ती से लागू किया गया है। सभी फलों को वजन के हिसाब से बेचा जा रहा है, आज तक सेब बागवानों को इतने अच्छे दाम नहीं मिले, नियमों की उल्लंघना पर अब तक आढ़तियों पर 22 लाख रू. से ज्यादा का जुर्माना किया गया है।अगले साल से यूनिवर्सल ग्रेडिंग कार्टन अनिवार्य किया जाएगा और टेलिस्कोपिक कार्टन को बंद किया जायेगा जिससे एक बॉक्स में 24 किलो की ही पैकिंग आएगी।