कुल्लू के ऐतिहासिक रथ मैदान में आयोजित की गई मेगा नाटी को इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में शामिल किया गया है। महानाटी में जिलाभर से लगभग 5250 महिलाओं ने पारम्परिक पोशाक में भाग लिया। विशाल रथ मैदान परम्पराओं और संस्कृति से सराबोर दिखा। चिलचिलाती धूप में महिलाओं का मैदान में पहुंचना प्रातः नौ बजे से शुरू हो गया था और इतनी बड़ी संख्या में सभी का पंजीकरण सुनिश्चित बनाना बेशक चुनौतीपूर्ण कार्य था। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला निर्वाचन अधिकारी यूनुस ने की, जबकि सामान्य चुनाव पर्यवेक्षक मनोज जोशी बतौर विशेष अतिथि मौजूद रहे।
महानाटी आवश्यक मापदण्डों को पूरा करते हुए इण्डिया बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज हो गई। इण्डिया बुक ऑफ रिकार्ड से विश्वदीप रॉय चैधरी के नेतृत्व में आए दल ने सभी औपचारिकताओं और मानकों का बारीकी से अध्ययन किया और इन्हें पूरा पाए जाने पर मेगा नाटी को इण्डिया बुक ऑफ रिकार्ड में शामिल करने की औपचारिक घोषणा की तथा जिला निर्वाचन अधिकारी यूनुस को इस आशय का प्रमाण पत्र प्रदान किया। विश्वदीप रॉय ने बताया कि लोकतंत्र के महापर्व पर आधारित वोटर आई कार्ड सहित सबसे बड़े पारम्परिक नृत्य को इण्डिया बुक ऑफ रिकार्ड में शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि इसके लिए वोटर कार्ड सहित कम से कम 4000 लोगों द्वारा पारम्परिक नृत्य जरूरी है।
गौरतलब है कि कुल्लू लोक नाटी को साल 2016 में भी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल किया जा चुका है। मैगा नाटी में महिलाओं को मतदान की शपथ दिलाने के उपरांत उपायुक्त ने सभी महिलाओं का आभार प्रकट करते हुए उनसे 19 तारीख को परिवार के सभी मतदाता सदस्यों सहित मतदान करने का आग्रह किया। मतदान के लिए प्रभावी संदेश दे गई कुल्लू की महानाटी यूनुस ने कहा हालांकि जिले की भौगोलिक परिस्थितियों के मद्देनजर मतदान की प्रतिशतता को बढ़ाना चुनौतीपूर्ण कार्य है, लेकिन हम कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। उन्होंने कहा कि ‘आसा राम वोट, आसा रा अधिकार’ थीम पर जिला में स्वीप गतिविधियां चलाई गई हैं। मैगा नाटी का उद्देश्य जिला के कोने-कोने में लोगों को मतदान के महत्व का संदेश पहुंचाना है। सभी महिलाओं ने नाटी के बीच में फोटोयुक्त पहचान पत्रों को लहराते हुए मतदान करने की शपथ ली।