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चंबा में स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई, अस्पतालों में खल रही डॉक्टरों की कमी

नीतिश शर्मा, चंबा |

चंबा जिला के स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव होने की वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिला के बहुत से ऐसे स्वास्थ्य केंद्र है जहां पर डॉक्टरों की कमी है व सरकार द्वारा दी जाने वाली मुफ्त दवाइयां की सुविधा भी लोगों को नहीं मिल पा रही है। अधिकतर स्वास्थ्य केंद्रों पर लोगों को अल्ट्रासाउंड व एक्स रे की सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है।

चंबा जिला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र साहू की बात करें तो यहां पर सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च करके स्वास्थ्य केंद्र के लिए एक भवन तो तैयार कर दिया है लेकिन इतना समय बीत जाने के बाद भी अभी तक इसका उद्घाटन तक नहीं किया जा रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र साहू में डॉक्टर की कमी के चलते हैं लोगों को चंबा मेडिकल कॉलेज या फिर निजी हॉस्पिटल में इलाज के लिए जाना पड़ता है। यहां पर एक्स रे मशीन होने के बावजूद लोगों को इसकी सुविधा नहीं मिल पा रही है उन्हें एक्स रे और अल्ट्रासाउंड कराने के लिए या तो चंबा जाना पड़ता है या फिर अधिक पैसे खर्च टांडा हॉस्पिटल जाना पड़ता है।

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स्थानीय लोगों ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र साहू में उन्हें पूरी तरह से स्वास्थ्य सुविधाय नहीं मिल पा रही हैं। लोगों ने बताया कि पिछले कई वर्षों से यहां भवन तो बनकर तैयार हो गया लेकिन उसका उद्घाटन नहीं किया जा रहा है साथ ही जहां पर डॉक्टरों की भी कमी है। उन्होंने पर एक्सरे व अल्ट्रा साउंड मशीने वाबजूद उन्हें चालू नहीं किया जा रहा है। इसकी वजह से लोगो चंबा या टांडा मेडिकल कॉलेज जाना पड़ता है जिसके लिए उन्हें काफी खर्च करना पड़ता है।

लोगों ने बताया कि सामुदायक स्वास्थ्य केंद्र साहू में डॉक्टरों की कमी है और जो यहां सीरियस मरीज आते है उन्हें यहां से रेफर कर दिया जाता है और की तो रस्ते में ही डीएम तोड़ देते हैं। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि यहां पर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराई जाए साथ ही यहां अल्ट्रासाउंड मशीनों को शुरू किया जाए ताकि लोगों को यहां पर उसकी सुविधाएं मिल पाए।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र साहू में तैनात डॉक्टर ने बताया की यहां पर अल्ट्रासाउंड तो है ही नहीं। एक्स रे मशीने तो हैं लेकिन ऑपरेटर न होने की वजह से इन इस्तेमाल में नहीं लाया जा रहा है। उन्होंने बताया की यहां रोजाना क़रीब 250 से जायदा मरीज इलाज के लिए आते है लेकिन डॉक्टरों की भी कमी है।