हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने जनजातीय क्षेत्रों में ईंधन की लकड़ी पर सब्सिडी देने का फैसला किया इसको लेकर जनजातीय क्षेत्र लाहौर स्थित से विधायक रवि ठाकुर ने सरकार और मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया है. इस दौरान रवि ठाकुर ने विधायक रवि ठाकुर ने ना तोड़ में संशोधन को लेकर राज्यपाल के पास गई फाइल अभी तक पास न होने को लेकर भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए जनजातीय क्षेत्र के साथ भाजपा पर पराया रवैया अपनाने का आरोप लगाया है.
जनजातीय क्षेत्र लाहौल-स्पीति से विधायक रवि ठाकुर ने ईंधन लकड़ी में सब्सिडी के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और जनजातीय मामलों के मंत्री जगत सिंह नेगी का धन्यवाद किया. रवि ठाकुर ने बताया कि सुदूर जनजातीय क्षेत्रों में ईंधन की लकड़ी जीवन यापन के लिए बेहद जरूरी है. ऐसे में सरकार ने एक बड़ी राहत इलाके की जनता को दी है.
उन्होंने कहा कि जहां अब तक जिस मात्रा की इंधन लकड़ी के लिए ₹1400 से ₹1500 चुकाने पड़ते थे, अब उसके लिए केवल 805 रुपए चुकाने होंगे. रवि ठाकुर ने सरकार के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि जनजातीय क्षेत्र के लिए वर्तमान प्रदेश सरकार का रवैया पंडित नेहरू और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जैसा रहा है. जिन्होंने जनजातीय क्षेत्र के विकास के लिए काम किया और लाहौल स्पीति जैसे सुदूर इलाके पहुंच कर बड़ा संदेश दिया.
वहीं राजभवन से नौ तोड़ के नियमों में संशोधन को लेकर भेजी गई फाइल पास न होने पर जनजातीय क्षेत्र के विधायक रवि ठाकुर ने भाजपा पर निशाना साधा है. जनजातीय क्षेत्र लाहौल-स्पीति से विधायक रवि ठाकुर ने कहा कि तीन बार राज्यपाल के पास सरकार की ओर से नौ तोड़ में संशोधन को लेकर फाइल भेजी. इसके अलावा सरकार और जनजातीय क्षेत्र के प्रतिनिधि भी कई बार राज्यपाल से मुलाकात कर चुके हैं. लेकिन अभी तक फाइल क्लियर नहीं हुई है.
जबकि सर्वोच्च न्यायालय के भी निर्देश है कि राज्यपाल सरकार किस के फैसलों पर सहयोग करें. इस दौरान रवि ठाकुर ने भाजपा को आड़े हाथ लिया और जनजातीय क्षेत्र साथ हमेशा पराया रवैया रखने का भी आरोप लगाया. इसके अलावा कहां की है इसके अलावा रवि ठाकुर ने कहा कि बल्कि केंद्र सरकार को चाहिए कि अनुसूचित जनजातीय क्षेत्र के लिए अलग से बजट का प्रावधान करें मगर केंद्र ने जनजातीय क्षेत्रों का सेंसस भी सही तरीके से नहीं किया.