शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस साल मानसून ने कुछ अलग ही तेवर दिखाये हैं। इस बार जहां अधिकतर दिनों में बारिश हुई, लेकिन बादल औसत से कम ही बरसे हैं। प्रदेश में 14 फिसदी से कम बारिश दर्ज की गई है।
सबसे कम बारिश लाहौल स्पीति (68 फिसदी), चम्बा (43 फिसदी) और सिरमौर (24 फिसदी) में रिर्काड की गई है। जबकि कुल्लु, मंडी और शिमला में 39 फिसदी, 7 फिसदी और 1 फिसदी ज्यादा बारिश हुई है। मौसम विभाग की माने तो मानसून 26 सितंबर को प्रदेश से रवाना हो सकता है।
अगस्त महीने तक मानसून के कारण प्रदेश में 800 करोड़ का नुकसान हो चुका है। एक तरफ जंहा लोग लगातार बादलों के बरसने से परेशान हैं, दूसरी ओर अच्छी बारिश से किसानों और बागवानों के चहरों पर मुस्कान है।
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