शिमला: मालदीव के महालेखाकार हुसैन नियाज़ी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमण्डल ने राजभवन में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से भेंट की। इस मौके पर राज्यपाल ने प्रतिनिधिमण्डल के साथ अपने अनुभवों को साझा किया।
उन्होंने पर्यटन, उद्योग, पर्यावरण, वन सम्पदा, जैव विविधता और लेखा के संबंध में चर्चा की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रतिनिधिमण्डल का शिमला प्रवास यादगार रहेगा। उन्होंने शिमला की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और यहां स्थित धरोहर भवनों के संबंध में भी जानकारी प्रदान की।
राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सेब राज्य के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने प्रदेश में की जा रही प्राकृतिक खेती के संबंध मंे जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश के अनेक बागवान प्राकृतिक खेती के माध्यम से सेब उत्पादन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल देश भर में प्राकृतिक खेती को अपनाने वाला अग्रणी राज्य है। उन्होंने बार्नस कोर्ट भवन जो वर्तमान में राजभवन है, के संबंध में जानकारी साझा की।
इससे पहले राज्यपाल ने प्रतिनिधिमण्डल को हिमाचली शॉल व टोपी से सम्मानित किया। मालदीव के महालेखाकार हुसैन नियाज़ी ने अपने शिमला प्रवास को ऐतिहासिक बताते हुए राज्यपाल का धन्यवाद किया। राष्ट्रीय लेखापरीक्षा और लेखा अकादमी शिमला के महानिदेशक, राज्यपाल के सचिव विवेक भाटिया और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस मौके पर मौजूद रहे।