➤ करसोग में प्रतिभा सिंह ने आपदा प्रभावित परिवारों से की मुलाकात
➤ 63 पर्यटकों को सुरक्षित निकाला, राहत सामग्री लगातार पहुंच रही
➤ भाजपा-कांग्रेस नेता मैदान में, एक-दूसरे पर लगाए आरोप
Himachal Floods: प्रदेश में आई भीषण प्राकृतिक आपदा के बाद राहत कार्यों में तेज़ी लाई गई है। मंडी, करसोग और सराज क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित रहे हैं, जहां जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया।
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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह ने करसोग के शरकोल, कुटी, मेगली, लोअर करसोग और नेली क्षेत्रों का दौरा कर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने मृतक और लापता लोगों के परिजनों को सांत्वना दी और आर्थिक मदद भी दी। प्रतिभा सिंह ने कहा कि सरकार पुनर्वास और राहत कार्यों को प्राथमिकता दे रही है और जिन लोगों के घर उजड़ गए हैं, उन्हें स्थाई आवास मिलने तक 5000 रुपये प्रति माह किराया दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और पूरी सरकार हालात पर नजर रखे हुए हैं।

इस बीच, मंडी जिला प्रशासन ने जंजैहली में फंसे 63 पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और दिल्ली से आए ये पर्यटक कई दिन से फंसे थे। उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सड़क मार्ग बहाल कर पर्यटकों की वापसी सुनिश्चित की। सभी पर्यटकों ने प्रशासन के प्रयासों की सराहना की।

भाजपा भी राहत कार्यों में सक्रिय रही। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने मंडी में कहा कि कांग्रेस सरकार आपदा के शुरुआती समय में तेजी से काम नहीं कर पाई। बिंदल ने बताया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने 2000 से अधिक राहत किट पहुंचाई हैं और अगले 48 घंटों में 5000 किट और भेजी जाएंगी। उन्होंने मुख्यमंत्री से फोरलेन और अवैध खनन पर स्थिति स्पष्ट करने को कहा।

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी आपदा प्रभावित सराज क्षेत्र में लगातार राहत सामग्री बांटी और केंद्र से समन्वय कर हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू करवाईं। जयराम ठाकुर ने निजी संस्थाओं और स्वयंसेवकों से मदद की अपील की, जिसके बाद कई संस्थाओं ने मौके पर पहुंच कर सहयोग किया।
इस आपदा में कई स्थानीय लोग अपनी जान की बाजी लगाकर दूसरों की जान बचाते नजर आए। जयराम ठाकुर ने ताँदी में तैनात बिजली कर्मी नागेंद्र पाल और थुनाग वानिकी कॉलेज के प्रशिक्षु साहिल ठाकुर, रोनित की बहादुरी की सराहना की और उन्हें असली हीरो बताया।

प्रदेश भर में अब तक सैकड़ों परिवार प्रभावित हुए हैं। सड़क, बिजली, पानी की बहाली और राशन की आपूर्ति के लिए प्रशासन, सरकार और सामाजिक संगठन एकजुट होकर काम कर रहे हैं।



