पीस मिल कर्मचारियों की हड़ताल 14वें दिन जारी है। निगम प्रबंध और प्रदेश सरकार गहरी निंद्रा में सोई हुई है। एक तरफ प्रदेश सरकार कर्मचारियों के हित में होने का दावा करती है दूसरी तरफ कर्मचारियों का शोषण भी कर रही है। 30 मेल कर्मचारी 10 वर्षों से निरंतर हिमाचल पथ परिवहन निगम को अपनी सेवाएं दे रहे हैं और उन्हें सरकार द्वारा तय की गई न्यूनतम दिहाड़ी भी नहीं दी जाती है।
पीस मिल कर्मचारियों का कहना है कि एक तरफ सरकार अध्ययन संस्थान को बढ़ावा दे रही है तो दूसरी तरफ जो कर्मचारी आईटीआई करके हिमाचल को सेवा दे रहे हैं उनका शोषण किया जा रहा है। अगर निगम प्रबंध का यही रवैया रहा तो आगे आने वाले दिनों में कर्मचारी उग्र आंदलन कर सकते हैं। इससे हिमाचल की जनता को कोई परेशानी होगी तो उसकी सारी जिम्मेवारी निगम प्रबंध और प्रदेश सरकार की होगी ।
कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें परिवहन कर्मचारी संगठन और समिति का भी भरपूर समर्थन मिल रहा है। कर्मचारी संगठन एक घंटा रोज गेट मीटिंग करता है और 15 दिसंबर से हर दिन 2:00 बजे से 4:00 बजे तक यह कर्मी भी हड़ताल में शामिल हो जाएंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी निगम प्रबंध और प्रदेश सरकार की होगी।
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