Mandi Shivratri Festival: मंडी जिला प्रशासन ने अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के लिए 216 देवी-देवताओं को आमंत्रित किया है। इस क्रम में सबसे पहले बड़ा देव कमरुनाग को निमंत्रण भेजा गया है।
मंगलवार को एसडीएम गोहर लक्ष्मण सिंह कनेट स्वयं धंग्यारा गलू पहुंचे और देवता के गुर देवी सिंह ठाकुर व कटवाल काहन सिंह ठाकुर को जिला प्रशासन का न्यौता (न्यूंदरा) सौंपा। निमंत्रण मिलने के बाद बड़ा देव के कारदारों और मंदिर कमेटी ने शिवरात्रि महोत्सव में जाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। जल्द ही देवता की कमेटी बैठक कर प्रस्थान का दिन तय करेगी।
परंपरा के अनुसार, बड़ा देव कमरुनाग के आगमन के बिना शिवरात्रि महोत्सव की शुरुआत नहीं होती। कमरुनाग देवता मंडी के लिए रवाना होते ही भक्तों की ओर से मेहमाननवाजी की तैयारियां शुरू हो जाती हैं। यह यात्रा लगभग 50 किलोमीटर पैदल पूरी की जाती है, क्योंकि बड़ा देव वाहन में यात्रा नहीं करते। देवता के मंडी पहुंचने के बाद अन्य देवी-देवता भी शिवरात्रि महोत्सव के लिए यहां आते हैं और राजा कृष्ण रूप माधव राय के दरबार में हाजरी लगाते हैं।
शिवरात्रि का न्यूंद्रा
इस वर्ष बड़ा देव कमरुनाग 25 फरवरी को मंडी पहुंचेंगे। इसी दिन वह राजा माधव राय के महल में प्रवेश करेंगे और कुछ समय विश्राम के बाद माता श्यामाकाली मंदिर टारना में 7 दिन तक विराजमान रहेंगे। मंडी को ‘छोटी काशी’ के नाम से भी जाना जाता है और शिवरात्रि महोत्सव के दौरान यहां का सात दिवसीय देव कुंभ अपनी भव्यता के लिए प्रसिद्ध है। यह परंपरा मंडी के राजवंश द्वारा शुरू की गई थी और आज यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी सांस्कृतिक पहचान बना चुका है।