पंचायत के माध्यम से लगे जल रक्षक अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री उप मुख्यमंत्री से मिलेंगे । रविवार को मंडी में सम्पन्न बैठक में यह निर्णय लिया। जल रक्षकों का कहना है कि भाजपा की पूर्व सरकार तो उन्हें खाली आश्वासन ही देती रही। मगर कुछ नहीं किया। संघ प्रदेशाध्यक्ष जवालु राम ने बताया कि चाहे करोना था
भारी बर्फबारी और जब पूरे हिमाचल में आपदा की घड़ी आई तो हिमाचल के समस्त जल रक्षकों ने न दिन देखा और रात और जिस क्षेत्र में कोई जा भी नहीं सकता है वहां पर जाकर भी पानी की व्यवस्था को सुचारु रुप से चालू किया ताकि समस्त हिमाचल वासियों को पानी की समस्या से निजात मिल सके और वह भी बिना अवकाश के और काफी लंबे समय से सरकार के समक्ष मांग रखते आए हैं
कि उनका कांटेक्ट पर आने का टाइम पीरियड कम किया जाए जो कि आज तक ना हो पाया है हिमाचल के समस्त जल रक्षक सरकार से यह आग्रह करते हैं कि उनके कार्य को देखते हुए उनके वेतनमान में बढ़ोतरी की जाए तथा उनका कांटेक्ट पर आने का टाइम पीरियड 12 वर्ष से घटाकर 8 वर्ष किया जाए जिसकी वह काफी लंबे समय से मांग कर रहे हैं।