डॉ राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल हमीरपुर के जर्जर हो रहे भवन की जल्द मुरम्मत होगी. इसके लिए एक करोड़ के लगभग बजट का प्रावधान किया गया है. लोकनिर्माण विभाग को मरम्मत कार्य को जिम्मा सौंपा गया है.
अब लोकनिर्माण विभाग के माध्यम से मरम्मत कार्य किया जाएगा. मेडिकल कालेज एवं अस्पताल भवन की छत्त की हालत दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही थी. यही कारण है कि अस्पताल के कई वार्डो में सीलन आ जाती है.
बरसात के दिनों में देखा गया कि छत्त टपकने से मरीज खासे परेशान हुए तथा इनके तीमारदारों को कहीं अन्यत्र रातें गुजारनी पड़ी. यहां तक की मरीजों के बिस्तर भी छत्त से गिर रहे पानी से भीग गए थे. दीवारों की हालत तो बद से बदतर हो चुकी है.
सीलन की वजह से दीवारें काली पड़ी हैं, जितना भी पेंट किया जाए. लेकिन सीलन के निशान दिख ही जाते हैं. मेडिकल कालेज प्रबंधन ने अस्पताल की छत्त की मरम्मत के लिए एक करोड़ रुपए के लगभग राशि सेंक्शन की है. उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही छत्त का मरम्मत कार्य शुरू किया जाएगा तथा समयबद्ध पूरा कर लिया जाएगा.
वहीं, मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ रमेश चौहान ने बताया कि मेडिकल कालेज एवं अस्पताल की छत्त की स्थिति ठीक नहीं है. इसकी हालत सुधारने के लिए बनाए गए एस्टीमेट को सेंक्शन दी गई है. मरम्मत कार्य लोकनिर्माण विभाग की तरफ से पूरा किया जाएगा.
मरीजों व उनके तीमारदारों को किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े, इसका ध्यान रखा जाता है. उन्होंने बताया कि बरसात के दिनों में सीलन व छत्त से पानी टपकने की समस्या आ रही थी. सरकार के ध्यान में मामला लाने के उपरांत बजट प्रदान किया गया है.