Follow Us:

मात्र घोषणा कर देने से मैडिकल काॅलेज नहीं बन जाता: भाजपा

डेस्क |

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जम्वाल और भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व चेयरमैन विजय अग्निहोत्री ने कहा कि मात्र घोषणा कर देने से मैडिकल काॅलेज नहीं बन जाता।

उन्होनें कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव से चंद दिन पहले एक कागज के टुकड़े के उपर मैडिकल काॅलेज हमीरपुर, मैडिकल काॅलेज नाहन और मैडिकल काॅलेज चम्बा तीनों की घोषणा हो गई और इसके तुरंत बाद चुनाव हो गए और चुनाव में श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी और जगत प्रकाश नड्डा इस सरकार में स्वास्थ्य मंत्री के पद पर शोभायमान हुए।

भाजपा नेता ने कहा कि जगत प्रकाश नड्डा के स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद ही तीनों मैडिकल काॅलेजों के लिए संपूर्ण धन का प्रावधान किया गया और उसी धन की उपलब्धता के आधार पर तीनों मैडिकल काॅलेज बनने शुरू हुए।

उन्होनें कहा कि सुखविन्द्र सुक्खू का यह कथन सत्य से परे है कि इस मैडिकल काॅलेज भवन के निर्माण में उनका बड़ा योगदान है जबकि पिछले 5 वर्षों में जयराम ठाकुर के नेतृत्व में बनी भाजपा सरकार के दौरान ही हमीरपुर मैडिकल काॅलेज, नाहन मैडिकल काॅलेज और चम्बा मैडिकल काॅलेज तीनो के भवनों का निर्माण कार्य वर्तमान स्थिति पर पहुंचा और नाहन मैडिकल काॅलेज के भवन निर्माण का कार्य तो वर्तमान सुखविन्द्र सरकार ने पूरी तरह से बंद करवा दिया और यह भी जानकारी मिल रही है कि वर्तमान प्रदेश सरकार नाहन के मैडिकल काॅलेज को दायने-बायें बनाने की सोच रही है ताकि कार्य में और विलंब हो।

भाजपा नेताओं कहा कि वर्तमान मोदी सरकार ने तीनों मैडिकल काॅलेज तथा नर्सिंग काॅलेज दिए हैं और 70-70 करोड़ रू0 इनके लिए स्वीकृत किए हैं परन्तु वर्तमान सरकार इन फाईलों को दबाकर बैठी है। उन्होनें कहा कि मदर एण्ड चाईल्ड केयर के लिए, तीनों मैडिकल काॅलेजों के लिए भवनों की स्वीकृति केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा दी गई है, उनका कार्य भी अधर में लटका है

इसलिए भाजपा का वर्तमान प्रदेश सरकार के लिए यह सुझाव है कि इस पर राजनीति छोड़कर अति शीघ्र तीनों मैडिकल काॅलेज के भवनों को पूर्ण किया जाए। मदर एण्ड चाईल्ड केयर होस्पिटल, केंसर होस्पिटल, नर्सिंग काॅलेज सबकी धनराशियां केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा पहले ही स्वीकृत की गई है, उनका कार्य पूर्ण किया जाए।