आढ़तियों के साथ जो गलत व्यवहार किया जा रहा है, उनके लाइसेंस रद्द करने की धमकियां दी जा रही हैं, आढ़तियों को चोर बोला जा रहा है, उसकी आल हिमाचल आढ़ती एसोसिएशन कड़े शब्दों में निंदा करती है। सेब के मामले में कुछ लोग राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं, जो गलत है।
आल हिमाचल आढ़ती एसोसिएशन के वाइस प्रेजीडेंट मनोज बजाज का कहना है कि सरकार को आढ़तियों-बागवानों और किसानों को एक मंच बुलाकर इस समस्या का समाधान करना चाहिए। जो लोग राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं, वे न आढ़तियों के हित में हैं और न ही बागवानों-किसानों के हित में हैं। आढ़तियों व उत्पादकों का जन्म जन्म का रिश्ता है।
दोनों एक दूसरे के सुख-दुख के सदैव साथी रहे हैं। राजनीतिक लाभ के लिए दोनों वर्गों को बांटने की कोशिशें राजनीतिज्ञों को बहुत भारी पड़ेंगी। प्रशासन को मंडियों व उत्पादकों को एक मंच पर लाकर प्रदेश की भलाई के लिए काम करना चाहिए। किसी भी वर्ग को चोर कहना व्यक्ति की घटिया मानसिकता को दर्शाता है। आढ़तियों
अगर आल हिमाचल आढ़ती एसोसिएशन का आदेश हुआ तो प्रदेश की सारी फल-सब्जी मंडिया बंद कर दी जाएंगी। अब लाहौल का मटर और गोभी का सीजन चलने वाला है। अगर मंडियां बंद होती हैं तो इसका खमियाजा प्रदेश के किसानों को भी भुगतना पड़ सकता है। आल हिमाचल आढ़ती एसोसिएशन का कहना है कि 20 जुलाई रोहड़ू से परवाणू तक फल-सब्जी मंडियां बंद रहेंगी। अगर प्रदेश सरकार आढ़तियों के हित में फैसला नहीं लेती है तो हड़ताल और भी बढ़ सकती है।
एसोसिएशन सरकार से बातचीत करने के लिए तैयार
आल हिमाचल आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान हरीश ठाकुर, वाइस प्रेजीडेंट मनोज बजाज, चेयरमैन दीनानाथ सैणी और अन्य सदस्यों ने कहा कि आल हिमाचल आढ़ती एसोसिएशन हर समय सरकार से बातचीत करने के लिए तैयार है। सभी आढ़ती एकजुट हैं और उनके साथ हो रहे गलत व्यवहार की निंदा करते हैं।