Kangra Missing Man: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में 27 वर्षीय डिलीवरी बॉय पंकज कुमार का शव 26 दिनों के बाद ज्वालामुखी के कालीधार जंगल में बरामद हुआ। वह 18 जनवरी से लापता था, और परिजनों ने 19 जनवरी को पंचरुखी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शव इतनी बुरी हालत में था कि पहचान करना मुश्किल हो गया, लेकिन हाथ पर बने टैटू के जरिए परिवार ने उसकी पहचान की। शव बरामद होने के बाद गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर शव रखकर प्रदर्शन किया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। मृतक के माता-पिता, गायत्री देवी और सुरेश कुमार, ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि समय रहते कार्रवाई होती तो पंकज की जान बचाई जा सकती थी।
परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
मृतक पंकज कुमार के परिजनों का आरोप है कि यह एक सुनियोजित हत्या है। उन्होंने नीशू बाला, सुशील कुमार (शशि) और उत्तम चंद पर अपहरण और हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है।
पुलिस जांच में क्या निकला सामने?
- पंकज कुमार ब्लड सैंपल कलेक्शन का काम करता था और पार्ट टाइम जोमाटो में डिलीवरी बॉय था।
- लापता होने के बाद उसकी मोटरसाइकिल घर से कुछ दूरी पर मिली थी।
- पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवा लिया है और विसरा जांच के आदेश दिए हैं।
- शव की पुष्टि के लिए माता-पिता के डीएनए सैंपल लिए गए हैं।
पुलिस का बयान
ज्वालामुखी के डीएसपी आर.पी. जसवाल ने बताया कि कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और जांच जारी है। डीएनए रिपोर्ट आने के बाद सच्चाई सामने आएगी। यदि हत्या का मामला साबित होता है, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने धारा 140(1), 103(1), 3(5) BNS के तहत मामला दर्ज कर लिया है।