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विक्रांत से पाकिस्तान की नींद उड़ी, मोदी बोले- ये है आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक

➤ प्रधानमंत्री मोदी ने गोवा में INS विक्रांत पर नौसैनिकों संग मनाई दिवाली
➤ कहा – विक्रांत ने पाकिस्तान की नींद उड़ा दी, आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक
➤ 100 जिले माओवादी आतंक से आजाद, सेनाओं की वीरता को दी सलामी



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार दिवाली का पर्व गोवा स्थित INS विक्रांत पर भारतीय नौसेना के जवानों के साथ मनाया। यह लगातार 12वीं बार है जब प्रधानमंत्री ने दिवाली के अवसर पर देश की सुरक्षा में तैनात जवानों के बीच पहुंचकर त्योहार मनाया। इस दौरान उन्होंने करीब 40 मिनट का भाषण दिया और नौसैनिकों के साथ मिठाई बांटी, गीत गाए तथा ‘बड़ा खाना’ में शामिल होकर डिनर किया।

पीएम मोदी ने सोमवार सुबह नौसैनिकों के साथ भारत माता के नारे लगाए।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि INS विक्रांत आज आत्मनिर्भर भारत और मेड इन इंडिया का सबसे बड़ा प्रतीक है।

मोदी रविवार को INS विक्रांत पर पहुंच गए थे। नेवी अफसरों से बातचीत की।

यह केवल एक युद्धपोत नहीं बल्कि भारत की तकनीकी शक्ति, संकल्प और साहस का प्रतीक है। मोदी ने कहा, “विक्रांत ने पाकिस्तान की रातों की नींद उड़ा दी थी, जिसका नाम ही दुश्मन का चैन छीन ले, वो INS विक्रांत है।”

सोमवार सुबह नौसैनिकों ने देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति दी। PM मोदी इस पर ताल देते नजर आए।

उन्होंने कहा कि भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के जबरदस्त समन्वय ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया था।

नेवी के अफसरों के साथ INS विक्रांत के कामकाज को समझा और जानकारी।

यह तीनों सेनाओं के साहस, अनुशासन और रणनीति की जीत है। मोदी ने बताया कि 2014 से पहले देश के लगभग 125 जिले माओवादी हिंसा से प्रभावित थे, लेकिन अब यह संख्या घटकर केवल 11 जिले रह गई है, जिनमें भी सक्रियता अब नाम मात्र की है। उन्होंने कहा कि यह दीवाली उन जिलों के लिए खास है जो पहली बार भयमुक्त होकर त्योहार मना रहे हैं।

पीएम मोदी ने रविवार रात को नेवी के अफसरों और नौसैनिकों के साथ खाना खाया।

प्रधानमंत्री ने नौसैनिकों के जज़्बे को सलाम करते हुए कहा, “मैं कल से आपके बीच हूं और मैंने हर एक क्षण कुछ न कुछ सीखा है। आपकी तपस्या और समर्पण इतनी ऊंचाई पर है कि उसे जीना कठिन है, पर मैंने उसे महसूस किया है।”

INS विक्रांत पर रविवार रात को मिग 29 की उड़ान को देखा।

रविवार रात प्रधानमंत्री ने INS विक्रांत पर ‘बड़ा खाना’ में अफसरों और जवानों के साथ भोजन किया। यह परंपरा सेना में समानता और भाईचारे का प्रतीक मानी जाती है। सोमवार सुबह उन्होंने नौसैनिकों को मिठाई खिलाई और देशभक्ति गीतों पर ताल दी। नौसैनिकों के जोश से वातावरण देशभक्ति से भर उठा।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन का समापन “भारत माता की जय” के नारों के साथ किया और जवानों को उनके साहस व समर्पण के लिए धन्यवाद दिया।