ओलम्पिक औऱ अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में भारत की झोली में शूटर ढेरों मेडल ला रहे हैं लेकिन हमीरपुर का एक नेशनल शूटर लाईसेंस के मकड़जाल में उलझाया जा रहा है। हमीरपुर ज़िला से अंतरराष्ट्रीय शूटर विजय कुमार के बाद पवन कुमार भी राष्ट्रीय स्तर पर शूटिंग कर रहे हैं लेकिन जिस तरह से स्पोर्ट्स कैटेगिरी में लाईसेंस और एम्युनिशन के लिए वह पिछले लम्बे समय से संघर्ष कर रहे हैं, उससे खेल से ताल्लुक़ रखने वाले पवन चौहान का मनोबल टूटा है।
दरअसल पवन कुमार चौहान पुत्र कर्नल चेतराम चौहान क़रीब 2 साल पहले शूटिंग स्पोर्ट्स की ओर आकर्षित हुए थे। उन्होंने कोच विक्रांत राणा की देखरेख में थोड़े से अरसे में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना ली थी। वहीं पवन चौहान ने प्रशासन से यह गुहार लगाई है कि उन्हें जल्द से जल्द स्पोर्ट्स कैटागिरी में एम्युनिशन ख़रीदने की परमिशन दी जाए ताकि काफ़ी लम्बे समय से वाधित हुई प्रैक्टिस को फिर से शुरू कर सकें।
वहीं हमीरपुर के एडीसी रत्तन चंद गौतम ने कहा कि पवन कुमार के संबंधित काग़ज़ात संबंधित अधिकारी के पास भेजे गये हैं और जैसे ही वहां से कोई कनफ़रमेशन आती है, तो इस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।