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1 अप्रैल 2025 का पंचांग: नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा की उपासना

● चैत्र शुक्ल पक्ष की चतुर्थी, मां कुष्मांडा की पूजा का विशेष महत्व
● सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का शुभ संयोग
● मंगलवार को हनुमान जी की आराधना से मिलेंगे विशेष फल


Navratri Day 4: आज, 1 अप्रैल 2025 को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है, जिसे नवरात्रि के चौथे दिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन मां दुर्गा के चतुर्थ स्वरूप मां कुष्मांडा की पूजा का विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां कुष्मांडा अपनी दिव्य मुस्कान से पूरे ब्रह्मांड का पोषण करती हैं। उन्हें दैदीप्यमान देवी भी कहा जाता है, जो हजारों सूर्य के समान ऊर्जा रखती हैं। भक्त इस दिन मां की पूजा कर अपने दोषों से मुक्ति प्राप्त करते हैं और ज्ञान, आयु एवं बल में वृद्धि का आशीर्वाद पाते हैं।

आज का दिन मंगलवार होने के कारण हनुमान जी की पूजा का भी विशेष महत्व है। भक्त इस दिन व्रत रखकर संकटमोचक हनुमान की आराधना करते हैं, जिससे जीवन में आने वाले सभी संकटों का निवारण होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हनुमान जी की कृपा से कुंडली के सभी दोष शांत होते हैं और ग्रहों की बाधाएं समाप्त हो जाती हैं।

शुभ योग और मुहूर्त:

  • सर्वार्थ सिद्धि योग: 11:06 एएम से 06:11 एएम (2 अप्रैल) तक

  • रवि योग: 11:06 एएम से 06:11 एएम (2 अप्रैल) तक

  • ब्रह्म मुहूर्त: 04:40 एएम से 05:26 एएम

  • अभिजीत मुहूर्त: 12:01 पीएम से 12:51 पीएम

  • विजय मुहूर्त: 02:31 पीएम से 03:20 पीएम

  • गोधूलि मुहूर्त: 06:39 पीएम से 07:02 पीएम

अशुभ समय (राहुकाल एवं अन्य):

  • राहुकाल: 03:33 पीएम से 05:06 पीएम

  • यमगंड: 09:19 एएम से 10:52 एएम

  • गुलिक काल: 12:26 पीएम से 01:59 पीएम

  • दिशाशूल: उत्तर दिशा

आज के दिन माता कुष्मांडा की विधिपूर्वक पूजा करने से रोग, भय और दरिद्रता का नाश होता है। साथ ही, मंगलवार के दिन हनुमान जी को चोला चढ़ाने और सुंदरकांड का पाठ करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।