➤ नए पंचायत घरों में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे, सुरक्षा होगी सुदृढ़
➤ ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने मांजू डाबरी और कोहलू जुब्बड़ में किए नए पंचायत घरों के लोकार्पण
➤ मंत्री ने पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने और जनता के उपयोग हेतु पंचायत परिसरों को उपलब्ध कराने पर दिया जोर
कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र के दौरे के दौरान ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने शुक्रवार को मांजू डाबरी और कोहलू जुब्बड़ (तारापुर) में बने नए पंचायत घरों का लोकार्पण किया। मांजू डाबरी का दो मंजिला पंचायत घर 1 करोड़ 14 लाख रुपए की लागत से तैयार हुआ है। भवन में पुस्तकालय, बैठक हॉल, सम्मेलन हॉल, प्रधान कक्ष, पंचायत सचिव कक्ष, रसोईघर और शौचालय जैसी सुविधाएं हैं।
उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के हर नए पंचायत घर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं ताकि पंचायत भवनों की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा सके। उन्होंने कहा कि पंचायत घरों में महत्वपूर्ण दस्तावेज और रिकॉर्ड सुरक्षित रहते हैं, ऐसे में 24 घंटे निगरानी आवश्यक है।
मंत्री ने कहा कि पंचायत भवन जनता की संपत्ति हैं। इनका उपयोग स्थानीय लोगों के कार्यक्रमों, विवाह समारोहों या अन्य सामाजिक आयोजनों के लिए किया जा सकता है, लेकिन पंचायतों को इसके लिए उचित शुल्क निर्धारित करना चाहिए ताकि पंचायत को आय का स्रोत मिले। उन्होंने फर्नीचर खरीद के लिए डेढ़ लाख रुपए, श्मशान घाट तक रास्ते के लिए दो लाख रुपए और गुम्मा-कंडा सड़क के निर्माण का शिलान्यास किया। साथ ही कुई में टैंक निर्माण की मांग पर संबंधित विभाग को तुरंत टेंडर प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए।
अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि पंचायत घरों के साथ मैदान निर्माण की योजना तैयार की जा रही है ताकि स्थानीय जनता को सुविधा मिल सके। उन्होंने बताया कि पिछले ढाई वर्षों में इस पंचायत के विकास के लिए 52 लाख रुपए से अधिक विभिन्न मदों में जारी किए जा चुके हैं। वहीं, बल्देया-मानड़ सड़क के लिए 17.14 करोड़ रुपए की सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है।
कोहलू जुब्बड़ में भी उन्होंने नए पंचायत घर का लोकार्पण और रामनगरी-कटली मार्ग का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि पहले यह पंचायत ढली पंचायत भवन में चल रही थी, लेकिन अब नए भवन से पंचायत कार्य संचालित होंगे। मंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश में लगभग 150 नए पंचायत घरों का निर्माण चल रहा है, जिन पर औसतन 1 करोड़ 14 लाख रुपए की लागत आ रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि टिककरी-क्यार कोटी मार्ग के लिए 2 लाख रुपए की धनराशि दी जाएगी। कसुम्पटी क्षेत्र में उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के समय में सबसे अधिक विकास हुआ और अब वर्ष 2023 के बाद फिर से विकास के नए अध्याय लिखे जा रहे हैं। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि मार्च 2026 तक सभी प्रस्तावित सड़कों का कार्य आरंभ कर दिया जाए और विद्युत विभाग नए ट्रांसफार्मर लगाने का कार्य समय पर पूर्ण करे।
इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी अंकित कोटिया, बीडीसी चेयरमैन चंद्रकांता वर्मा, पार्षद नरेंद्र ठाकुर, प्रधान रेणु वर्मा, प्रधान प्रेमी देवी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष रिंकू वर्मा, किसान कांग्रेस अध्यक्ष राज कमल शर्मा, पूर्व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रामकृष्ण शांडिल, तथा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।



