प्रदेश भाजपा प्रभारी अविनाश खन्ना और ऊर्जा मंत्री सुखराम के बयान विरोधा भाषी हैं. एक कांग्रेस को नेतृत्व विहीन कह रहा है तो दूसरा मुख्यमंत्री पद के कई दावेदार होने की बात कह रहा है. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रेम कौशल ने जारी एक बयान में कहा कि जैसे-जैसे विधानसभा चुनावों का समय घट रहा है. वैसे वैसे भाजपा नेताओं में सत्ता छिनने का भय भी बढ़ता जा रहा है.
कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री पद की योग्यता रखने वाले अनेक नेता हैं और यह पार्टी की ताकत है परंतु इसके विपरीत भाजपा में कोई खुद के अलावा किसी को नेता मानने को ही तैयार नहीं है.
मुख्यमंत्री किस प्रकार एक मंच पर केंद्रीय मंत्री से हाथ मिलाने को तरसते रहे है और मुख्यमंत्री की मौजूदगी में ही उन्ही केंद्रीय मंत्री ने देहरा की एक जनसभा में किस प्रकार प्रदेश सरकार पर हमला बोला यह सारे हिमाचल प्रदेश की जनता देख चुकी है.